नई दिल्ली। कोरोना वायरस (Corona virus) के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने प्रयासों को तेज करते हुए खास पृथक वार्ड बनाने की घोषणा की है और तेजी से बढ़ रहे मामले वाले इलाकों में त्वरित जांच शुरू की गई है। पिछले 24 घंटे में 8000 से ज्यादा नमूनों की जांच की गई। हालांकि राज्यों में संक्रमण के 500 से ज्यादा मामले सामने आने के साथ ही संक्रमित लोगों की संख्या 3000 पार कर गई है और कम से कम 90 लोगों की मौत हुई है।
महाराष्ट्र, तेलंगाना और दिल्ली में कोरोना के कई मामले सामने आए। सरकारी अधिकारियों ने कहा कि तबलीगी जमात के कार्यक्रम से जुड़े मामलों के कारण यह संख्या बढ़ी है जिसमें हजारों लोग पिछले महीने राष्ट्रीय राजधानी में इकट्ठा हुए थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि पिछले दिनों दिल्ली स्थित निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात के धार्मिक आयोजन में हिस्सा लेने वालों में से अब तक कुल 647 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। ये लोग 14 राज्यों के हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि पिछले दो दिनों में तबलीगी जमात के 647 लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। ये लोग असम, अंडमान निकोबार, दिल्ली, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश से हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में अब भी सामुदायिक स्तर पर यह संक्रमण नहीं फैल रहा है और घबराने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि स्थिति नियंत्रण में है।
उन्होंने कहा कि अगर वायरस लोगों के बीच फैलना शुरू होता है तो सरकार इसके लिए भी तैयार है। पिछले 24 घंटे में 93 नए मामले सामने आने के बाद दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 386 पर पहुंच गई है। शहर में छह लोगों की मौत हो चुकी है।
महाराष्ट्र और तमिलनाडु में संक्रमण के क्रमश: 490 और 411 मामले सामने आए हैं। इसके अलावा तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, गुजरात और हिमाचल प्रदेश में वायरस से मौत के मामले सामने आए। महाराष्ट्र में 26 लोगों ने और तेलंगाना में 11 लोगों ने इस वायरस की चपेट में आकर अपनी जान गंवा दी।
विभिन्न राज्यों से मिले नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, देशभर में अब तक 211 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। इस बीच, कोरोना वायरस को पराजित करने की देश की ‘सामूहिक शक्ति’ को प्रदर्शित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को देशवासियों से अपील की कि वे रविवार 5 अप्रैल को रात नौ बजे अपने घरों की बालकनी में खड़े रहकर मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाएं।
प्रधानमंत्री ने देशवासियों के लिए अपने 11 मिनट से ज्यादा के वीडियो संदेश में इस दौरान लोगों से सामाजिक दूरी को बनाए रखने की अपील भी की।ऐसे संकेत हैं कि कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रसार रोकने के उद्देश्य से लागू 21 दिन का देशव्यापी लॉकडाउन 14 अप्रैल के बाद चरणबद्ध तरीके से हटाया जाएगा।