Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

Corona Effect : संसद में सांसदों के निजी सहायकों के प्रवेश पर रोक

Webdunia
शुक्रवार, 5 जून 2020 (07:48 IST)
नई दिल्ली। कोविड-19 महामारी के मद्देनजर लोकसभा सचिवालय ने एक आदेश जारी कर संसद भवन परिसर में सांसदों के निजी सहायकों के प्रवेश पर रोक लगा दी है।
 
लोकसभा की महासचिव स्नेहलता श्रीवास्तव ने गुरुवार को एक आदेश में कहा कि संसद सत्र शुरू होने पर सांसदों के 800 से ज्यादा निजी सहायकों की संसद भवन परिसर में उपस्थिति स्थिति को संवेदनशील बना देगी।
 
आदेश में कहा गया है कि दो गज की दूरी के नियम का पालन करते हुए तय किया गया है कि अगले आदेश तक सांसदों के निजी सहायकों के संसद भवन के भीतर प्रवेश को प्रतिबंधित किया जाता है।
 
संसद के नोडल प्राधिकार लोकसभा सचिवालय ने निजी सहायकों के अलावा सेवानिवृत्त अधिकारियों, निजी अतिथियों और संयुक्त सचिव रैंक से निचले स्तर के अधिकारियों का प्रवेश भी वर्जित रहेगा।
 
 
 
संसद का कामकाज 3 मई से शुरू होने के बाद वहां नियुक्त 4 से ज्यादा अधिकारियों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि के बाद यह फैसला लिया गया है। 
 
संसदीय सौंध भवन की दो मंजिलों को सील भी करना पड़ा था और उन्हें संक्रमण मुक्त करने के बाद खोला गया। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

election results : अब उद्धव ठाकरे की राजनीति का क्या होगा, क्या है बड़ी चुनौती

एकनाथ शिंदे ने CM पद के लिए ठोंका दावा, लाडकी बहीण योजना को बताया जीत का मास्टर स्ट्रोक

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

UP : दुनिया के सामने उजागर हुआ BJP का हथकंडा, करारी हार के बाद बोले अखिलेश, चुनाव को बनाया भ्रष्टाचार का पर्याय

सभी देखें

नवीनतम

Maharashtra Election Results 2024 : महाराष्ट्र में 288 में महायुति ने जीती 230 सीटें, एमवीए 46 पर सिमटी, चुनाव परिणाम की खास बातें

Maharashtra elections : 1 लाख से अधिक मतों से जीत दर्ज करने वालों में महायुति के 15 उम्मीदवार शामिल

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

पंजाब उपचुनाव : आप ने 3 और कांग्रेस ने 1 सीट पर जीत दर्ज की

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

આગળનો લેખ
Show comments