नई दिल्ली। भारत में बढ़ती कोरोनावायरस संक्रमण की रफ्तार ने सभी को चिंता में डाल दिया है। अप्रैल में देखते ही देखते प्रतिदिन मिल रहे कोरोना मरीजों की संख्या 1 लाख से बढ़कर 3 लाख हो गई। इस दौरान कोरोना से रोज मरने वालों की संख्या भी 500 से बढ़कर 2000 से ज्यादा हो गई।
5 अप्रैल को देश में 1,03,558 नए कोरोना संक्रमित मिले थे। 15 अप्रैल को यह संख्या 2,00,739 हो गई। इस तरह मात्र 11 दिन में ही नए संक्रमितों की संख्या 1 लाख से बढ़कर 2 लाख हो गई। कोरोना की रफ्तार तेजी से बढ़ती ही जा रही थी। 22 अप्रैल को संक्रमण के 3,14,835 मामले आए। देश में अब 3 लाख से ज्यादा नए कोरोना मरीज सामने आने लगे हैं। मात्र 8 दिन में मिले 20.57 लाख नए मरीज मिले हैं।
यदि अप्रैल माह के 22 दिनों में 8 बार 2 लाख से ज्यादा नए संक्रमित मिले हैं। 9 बार 1 लाख से ज्यादा नए मरीज सामने आए हैं। 2 बार संक्रमितों की संख्या 93 हजार से ज्यादा रही और मात्र 3 दिन ही 90,000 से कम नए कोरोना संक्रमित मिले।
अस्पतालों में बेड्स की कमी, ऑक्सीजन की बढ़ती आवश्यकता और इंजेक्शनों की कमी की वजह से स्वास्थ्य सेवाएं भी हांफती नजर आ रही है। महामारी की वजह से गंभीर मरीजों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। लाखों रुपए खर्च करने और दर दर भटकने के बाद भी उनकी मुश्किलें कम नहीं हो रही है।
संसाधनों के अभाव में रोज मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। अप्रैल के शुरुआती दिनों में महामारी से रोज मरने वालों की संख्या 500 से कम थी। कुछ ही दिन बाद 1000 से ज्यादा लोग रोज मरने लगे। पिछले 2 दिनों से 2000 लोगों की रोज जान जा रही है।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह 8 बजे जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 3,14,835 मामले आए जबकि 2104 और मरीजों की मौत हो गई। अब तक इस महामारी से 1,84,657 लोग मारे जा चुके हैं।
लगातार 43 वें दिन उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी बढ़ी और 22,91,428 हो गई है जो कि संक्रमण के कुल मामलों का 14.38 प्रतिशत है। देश में कोविड-19 से ठीक होने की दर 84.46 प्रतिशत हो गई है। संक्रमण से ठीक हुए लोगों की संख्या 1,34,54,880 हो गई है। मृत्यु दर 1.16 प्रतिशत हो गई है।