भोपाल। इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, रतलाम और विदिशा में रात 10 बजे बाद भी व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुले रखे जा सकेंगे। राज्य शासन ने कोरोना संक्रमण के चलते 21 नवंबर को रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक प्रतिष्ठान खोलने पर प्रतिबंध लगा दिया था। अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजोरा द्वारा जारी आदेश के तहत कहा गया है कि पूर्व में जारी आदेश निरस्त कर दिया गया है।
1038 नए मामले सामने आए : मध्यप्रदेश में गुरुवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1038 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाये गये लोगों की कुल संख्या 2,35,369 तक पहुंच गई। राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से 10 और व्यक्तियों की मौत की पुष्टि हुई है जिससे मरने वालों की संख्या 3,524 हो गई है।
राज्य के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण से इंदौर में चार, भोपाल में दो और जबलपुर, सागर, होशंगाबाद एवं कटनी में एक-एक मरीज की मौत की पुष्टि हुई है।
उन्होंने बताया कि राज्य में अब तक कोरोना वायरस से सबसे अधिक 851 मौत इंदौर में हुई हैं, जबकि भोपाल में 563, उज्जैन में 101, सागर में 147, जबलपुर में 237 एवं ग्वालियर में 193 लोगों की मौत हुई हैं। बाकी मौतें अन्य जिलों में हुई हैं। अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 351 नये मामले इंदौर जिले में आए जबकि भोपाल में 218 नये मामले आये।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुल 2,35,369 संक्रमितों में से अब तक 2,21,169 लोग स्वस्थ होकर घर चले गए हैं और 10,676 मरीज़ों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। उन्होंने कहा कि गुरुवार को 1,118 लोगों को ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई।
ब्रिटेन से 118 यात्री इंदौर पहुंचे, सिर्फ 30 से संपर्क : बिट्रेन में कोरोनावायरस के नए स्वरूप (स्ट्रेन) के सामने आने के बाद वहां से लगभग 118 यात्रियों के हाल के दिनों में मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में पहुंचने की पुख्ता सूचनाओं के चलते प्रशासन और स्वास्थ्य हरकत में आ गया है। गुरुवार शाम तक मात्र 30 यात्रियों से संपर्क हो सका है और शेष 88 से संपर्क के प्रयास जारी थे। राज्य में पिछले नौ माह से अधिक समय से कोरोनावायरस का प्रकोप है और सबसे अधिक प्रभावित इंदौर जिला ही है।
जिले की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गडरिया ने बताया कि इन सभी 118 यात्रियों और इनके निकटमत संपर्कों की पहचान कर उनसे बातचीत करने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने बताया कि इनमें से 30 संदेही यात्रियों के सैंपल कोविड-19 की जांच के लिए ले लिए गए हैं।
इन सैंपल की जांच इंदौर के महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय (एमजीएम) के प्रयोगशाला में की जा रही है। हालाकि इस सवाल का जवाब नहीं मिल पाया है कि 118 यात्री कितने दिनों में या कितने दिन पहले ब्रिटेन से यहां पहुंचे हैं।
उधर एमजीएम प्रबंधन के सूत्रों ने बताया कि ब्रिटेन से आये यात्रियों में से कुल 30 सैंपल आज शाम तक कोरोना की जांच के लिए प्राप्त हुए हैं। सूत्रों ने यह भी कहा कि इन 30 यात्रियों के निकटतम सम्पर्क में रहे 35 संदेहियों के सैंपल भी कोरोना संबंधी जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा भेजे गए इन सभी सैंपल की जांच जारी हैं।
इस संबंध में इंदौर जिले के कोरोना के नोडल अधिकारी डॉ. अमित मालाकार ने बताया कि कुल 118 यात्रियों की प्राप्त सूची में से अब तक 30 यात्रियों से सम्पर्क कर उनके सैंपल लिए जा चुके हैं। शेष 88 यात्रियों से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों का दल सम्पर्क करने का प्रयास कर रहा है। डॉ. मालाकार भी इस बात का साफतौर पर जवाब नहीं दे पाए कि 118 यात्री कितने दिनों में यहां पहुंचे हैं।
इससे पहले ब्रिटेन में कोरोनावायरस के नए स्वरूप (स्ट्रेन) के सामने आने के बाद उपजे हालातों को देखते हुए केंद्र सरकार ने ब्रिटेन से आने-जाने वाली सभी उड़ानों को 23 दिसंबर से 31 दिसंबर 2020 की रात 11 बजकर 59 मिनट तक रोक लगाने का फैसला किया है। इससे पहले विभिन्न माध्यमों से ब्रिटेन से भारत आ चुके यात्रियों की ऐहतियातन चिकित्सकीय जांच किये जाने के प्रयास जारी हैं।