इंदौर। मध्यप्रदेश की औद्योगिक और सांस्कृतिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर में गुरुवार को कोरोनावायरस (Coronavirus) के संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 100 के भीतर आया। 99 नए मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या 6556 तक पहुंच गई। लगातार तीसरे दिन शहर में सिर्फ 1 मौत हुई। अब तक 302 लोगों की जान कोरोना ले चुका है। इंदौर के बिगड़ते हालात पर पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन (ताई) को पत्र लिखना पड़ा जबकि भाजपा विधायक महेंद्र हार्डिया ने तीखे तेवर दिखाए।
उक्त जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन में दी गई। प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया के अनुसार गुरुवार को 1565 कोरोना टेस्ट की जांच रिपोर्ट में 1444 लोग निगेटिव और 99 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। नए मरीजों को मिलाकर शहर में कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 6 हजार 556 हो गई।
डॉ. पूर्णिमा के अनुसार 1223 सैंपल स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त हुए हैं। अभी तक 1 लाख 26 हजार 835 कोरोना सैंपलों की जांच रिपोर्ट मिल चुकी है। गुरुवार को 30 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। अब तक 4549 कोरोना मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल 1705 कोरोना पॉजिटिव मरीजों का उपचार विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।
पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन ने कलेक्टर को दी बधाई : इंदौर से 8 बार की सांसद और लोकसभा स्पीकर रह चुकीं श्रीमती सुमित्रा महाजन ने कलेक्टर मनीष सिंह को पत्र लिखकर इस बात के लिए बधाई दी कि उनके नेतृत्व में बहुत अच्छे से कोरोना की लड़ाई लड़ी जा रही है, जिसमें काफी हद तक हम सफल भी रहे हैं।
इसके साथ ही उन्होंने आग्रह किया कि अब प्रशासन द्वारा लोगों को व्यापार-व्यवसाय की पूरी छूट देना उचित होगा क्योंकि कोरोना से लड़ाई के चलते बाजार इत्यादि खोलने/नहीं खोलने के भिन्न-भिन्न नियमों के चलते सामान्य जनों में से कई लोगों के सामने अब रोजी-रोटी की समस्या खडी़ हो गई है।
श्रीमती महाजन ने कहा कि प्रशासन सख्ती अवश्य बरतें लेकिन सख्ती की अति न हो यह भी ध्यान में रखना आवश्यक है। बिना मास्क रिक्शा चालक का पीछा कर रिक्शा के पलटने की घटना हो या गरीब व्यक्ति का ठेला (जो उसने किराये या कर्ज पर लिया होगा) तोड़ने की घटना हो, सख्ती के प्रति नागरिकों में गंभीरता कम करती है और रोष उत्पन्न करती है। प्रशासन के लिए ऐसा व्यवहार सर्वथा अनुचित है।
भाजपा विधायक महेंद्र हार्डिया के आक्रामक तेवर : वरिष्ठ भाजपा विधायक महेंद्र हार्डिया ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने अपने आक्रामक तेवर मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर दिखाए हैं। हार्डिया ने कहा कि नगर निगम और यातायात पुलिस शहर में अवैध वसूली कर रही है। लोगों को बेवजह धमकाया जा रहा है और रोजी-रोटी से वंचित किया जा रहा है।
भाजपा विधायक ने कहा कि मेरे घर के सामने चौराहे पर पुलिस कर्मी झुंड बनाकर वसूली कर रहे हैं। महिलाओं और युवाओं से अभद्र व्यवहार किया जा रहा है। इसे मैं बर्दाश्त नहीं करूंगा। फिर चाहे मुझे सड़क पर उतरकर गिरफ्तारी क्यों न देना पड़े।
पुलिस और निगम ने कोरोना को बनाया कमाई का जरिया : विधायक हार्डिया के पुलिस और निगम कर्मियों पर आरोप सही है क्योंकि वेबदुनिया प्रतिनिधि ने भी देखा है कि चाहे एलआईजी चौराहे के पास से जा रहे लिंक रोड, हो या फिर आनंद बाजार चौराहा, शाम ढलते ही पुलिस का जमावड़ा लग जाता है और चालान के नाम पर जमकर अवैध वसूली की जाती है। दूसरी तरफ निगम कर्मी भी अपनी जेबें भरने में पीछे नहीं है।