Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

Covid-19 : रिपोर्ट में खुलासा, भारत में कोरोना के 28 प्रतिशत मरीजों में नहीं मिले कोई लक्षण

Covid-19 : रिपोर्ट में खुलासा, भारत में कोरोना के 28 प्रतिशत मरीजों में नहीं मिले कोई लक्षण
, शनिवार, 30 मई 2020 (21:55 IST)
नई दिल्ली। भारत में 22 जनवरी से लेकर 30 अप्रैल तक कोविड-19 से संक्रमित हुए कुल 40,184 मरीजों में कम से कम 28 प्रतिशत में इसके संक्रमण के लक्षण नहीं थे। इस रोग के हल्के या बगैर लक्षण वाले मरीजों से कोरोना वायरस संक्रमण फैलने की चिंता जाहिर किए जाने के बीच एक रिपोर्ट में यह कहा गया है।
 
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के वैज्ञानिकों द्वारा अन्य संगठनों के साथ किए गए अध्ययन के अनुसार जिन लोगों की जांच की गई और जो संक्रमित पाए गए, उनमें एक बड़ा हिस्सा ऐसे लोगों का था जो संक्रमितों के संपर्क में आए थे, लेकिन उनमें इस बीमारी के लक्षण नजर नहीं आ रहे थे।
 
इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईजेएमआर) में प्रकाशित इस अध्ययन के मुताबिक कुल संक्रमित व्यक्तियों में करीब 5.2 फीसदी स्वास्थ्यकर्मी हैं।
 
यह रिपोर्ट ऐसे समय आई है जब शीर्ष अनुसंधान संस्था आईसीएमआर लोगों के बीच इस संक्रमण के सामुदायिक रूप से फैलने का आकलन करने के लिए ‘सीरो-सर्वे’ कर रही है।
 
सीरो-सर्वे लोगों के एक समूह के रक्त सीरम की जांच की जाती है और इसका उपयोग जिला स्तर पर कोविड-19 संक्रमण की प्रवृत्ति की निगरानी की जाती है।
 
यह पता लगाने के लिए 70 जिलों के लोगों का औचक परीक्षण किया जाएगा कि लक्षण सामने नहीं आने के बाद भी उनमें इस संक्रमण के प्रति एंटीबॉडी बना या नहीं।
 
जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन के अनुसार कोविड-19 संक्रमण के बिना लक्षण वाले 28.1 फीसदी मरीजों में 25.3 फीसदी मरीज, संक्रमितों के सीधे संपर्क में आए लोग थे, जबकि 2.8 फीसदी बिना पर्याप्त सुरक्षा के संक्रमितों के संपर्क में आने वाले स्वास्थ्यकर्मी थे।
 
आईसीएमआर के राष्ट्रीय महामारी विज्ञान संस्थान के निदेशक और इस अध्ययन के लेखकों में शामिल मनोज मुरहेकर ने कहा कि लेकिन संक्रमण के गैर लक्षण वाले संक्रमित लोगों का हिस्सा 28.1 फीसद से भी अधिक हो सकता था और यह हमारे लिए चिंता का विषय है।
 
मुरहेकर ने बताया कि इस अध्ययन में सामने आया कि पुष्टि होने वाले मामलों का हिस्सा संक्रमितों के संपर्क में आए ‘बिना लक्षण वाले मरीजों’ में सवार्धिक था, यह गंभीर श्वसन संक्रमण वाले मरीजों, अंतरराष्ट्रीय यात्रा कर चुके व्यक्तियों या संक्रमित स्वास्थ्यकर्मियों से दो-तीन गुणा अधिक है।
 
इस साल 22 जनवरी से लेकर 30 अप्रैल तक 10,21,518 लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण की जांच की गई। जहां मार्च में रोजाना 250 जांच होती थी, वहीं अप्रैल के आखिर तक यह संख्या बढ़कर 50,000 हो गई। इस दौरान 40,184 व्यक्ति संक्रमित पाए गए।
 
कोरोना वायरस ने सबसे अधिक (63.3 फीसदी) 50-59 साल के उम्र के लोगों को अपनी चपेट में लिया, जबकि यह सबसे कम (6.1 फीसदी) 10 साल से कम उम्र में था। पुरुषों में यह 41.6 फीसदी, जबकि महिलाओं में 24.3 फीसदी था।
 
देश के 736 में से 523 जिलों में कोरोना वायरस के मामले सामने आए। जिन राज्यों के अधिकतर जिलों से बड़ी संख्या में कोविड-19 के मामले आए, वे दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, केरल, पंजाब, हरियाणा, तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश हैं। (भाषा)

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

Covid-19 का टीका आने के बाद चीजें सामान्य होगी : सौरव गांगुली