Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

देश में JN.1 वेरिएंट के 1378 मामले दर्ज, महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 320 केस

देश में JN.1 वेरिएंट के 1378 मामले दर्ज, महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 320 केस

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

नई दिल्ली , शुक्रवार, 19 जनवरी 2024 (17:55 IST)
1378 cases of JN.1 recorded in India : भारत में अब तक कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 के उपस्वरूप जेएन.1 के कुल 1378 मामले दर्ज किए गए। मणिपुर में जेएन.1 के संक्रमण की पुष्टि होने के बाद यह पूर्वोत्तर राज्य सक्रिय मामलों वाले राज्य की सूची में शामिल हो गया। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 320 मामलों की पुष्टि हुई।
 
भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। आईएनएसएसीओजी द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 320 मामलों की पुष्टि हुई, जिसके बाद 234 मामलों के साथ कर्नाटक दूसरे स्थान पर है। आंध्र प्रदेश में जेएन.1 के 189 मामले सामने आए हैं जबकि केरल में 156 मामले दर्ज किए जा चुके हैं।
 
आंकड़ों के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में 96, गोवा में 90, तमिलनाडु में 88 और गुजरात में 76 मामले दर्ज किए गए हैं। आंकड़ों के अनुसार, राजस्थान में जेएन.1 उपस्वरूप के 37 मामले, तेलंगाना में 32, छत्तीसगढ़ में 25, दिल्ली में 16, उत्तर प्रदेश में सात, हरियाणा में पांच, ओडिशा में तीन और उत्तराखंड एवं नगालैंड में एक-एक मामला दर्ज किया गया है।
देश में कोविड मामलों की संख्या में वृद्धि और जेएन.1 उपस्वरूप का पता चलने के बीच केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से निरंतर निगरानी बनाए रखने को कहा है। राज्यों को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से साझा किए गए विस्तृत दिशा-निर्देशों का प्रभावी अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। ये दिशा-निर्देश कोविड-19 के लिए संशोधित निगरानी रणनीति को लेकर जारी किए गए हैं।
 
राज्यों से कहा गया है कि वे मामलों की बढ़ती प्रवृत्ति का जल्द पता लगाने के लिए सभी स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों में इन्फ्लूएंजा और गंभीर श्वसन जैसी बीमारी से पीड़ित होने के मामलों की नियमित रूप से निगरानी करें और जिलावार रिपोर्ट भेजें। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour 

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

राम के अस्तित्व को नकारने वालों में अयोध्या जाने का साहस नहीं