फिल्म मुन्नाभाई एमबीबीएस फिल्म के क्रेडिट टाइटल्स को आप ध्यान से देखेंगे तो शाहरुख खान को धन्यवाद अदा किया गया है। क्यों? क्योंकि शाहरुख खान ने फिल्म की स्क्रिप्ट में कुछ उपयोगी सुझाव दिए थे। दरअसल, जब शाहरुख खान 'देवदास' फिल्म कर रहे थे, तब राजकुमार हिरानी अपनी फिल्म मुन्नाभाई एमबीबीएस की स्क्रिप्ट को अंतिम रूप दे रहे थे और उनके दिमाग में मुन्नाभाई के रोल के लिए शाहरुख खान ही थे। शाहरुख भी स्क्रिप्ट को लेकर खासे उत्साहित थे और फिल्म करने के लिए राजी थे। इसीलिए सुझाव भी दे रहे थे।
जब फिल्म की स्क्रिप्ट तैयार हुई तो यह बात तय थी कि शाहरुख ही मुन्नाभाई बनेंगे। शाहरुख का लुक टेस्ट भी हुआ था। राजकुमार हिरानी की इस स्क्रिप्ट पर पैसा लगाने के लिए विधु विनोद चोपड़ा तैयार हुए। विधु विनोद चोपड़ा के साथ काम करना आसान नहीं है। वे बेहद सख्त और अपनी शर्तों पर काम करने वाले इंसान हैं।
शाहरुख खान को लग गया कि विधु और उनकी नहीं जमेगी। शाहरुख भी अपनी शर्तों पर काम करना पसंद करते हैं। दो तलवारें एक म्यान में नहीं रह सकती थीं, इसलिए न चाहते हुए भी शाहरुख खान फिल्म से हट गए।
शाहरुख से जब इस फिल्म को लेकर बात चल रही थी तब हीरोइन के रूप में ऐश्वर्या के नाम की चर्चा थी और उनसे बात भी हो रही थी। शाहरुख के फिल्म से अलग होने के बाद विवेक ओबेरॉय को लेने का सोचा गया। न बात विवेक से जमी और न ही ऐश्वर्या से।
फिल्म में संजय दत्त को ज़हीर के किरदार के लिए चुना गया था, जो बाद में जिम्मी शेरगिल ने निभाया था। आखिरकार संजय दत्त को मुन्नाभाई के रोल के लिए चुन लिया गया। सर्किट के रोल के लिए मकरंद देशपांडे के नाम पर विचार हुआ था, लेकिन आखिर में यह रोल अरशद वारसी ने निभाया।
बहरहाल, संजय दत्त को लेकर फिल्म बनाई गई और यह हिट रही। संजय दत्त के करियर की बेहतरीन फिल्मों में से यह एक मानी जाती है। इसका सीक्वल भी बनाया गया और आज भी संजय दत्त को मुन्नाभाई में यादगार अभिनय के लिए याद किया जाता है।