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मुंबई पुलिस का HC में सनसनीखेज दावा- सुशांत की मानसिक हालत शायद बहनों के दवा देने से बिगड़ी

मुंबई पुलिस का HC में सनसनीखेज दावा- सुशांत की मानसिक हालत शायद बहनों के दवा देने से बिगड़ी
, मंगलवार, 3 नवंबर 2020 (18:45 IST)
सुशांत सिंह राजपूत मामले में मुंबई पुलिस ने बॉम्बे हाई कोर्ट में एक सनसनीखेज दावा किया है। मुंबई पुलिस ने अपने हलफनामा में सुशांत की मानसिक हालत उनकी बहनों द्वारा दी गई दवा की वजह से बिगड़ने की सम्भावना जाहिर की गई है। मुंबई पुलिस ने यह दावा हाई कोर्ट में सुशांत की बहनों के खिलाफ रिया चक्रवर्ती द्वारा दर्ज करवाई गई एफआईआर के मामले की सुनवाई के दौरान किया।

सुशांत की बहनों प्रियंका सिंह और मीतू सिंह ने उनके खिलाफ रिया चक्रवर्ती द्वारा दर्ज़ करवाई गई एफआईआर को निरस्त करने के लिए बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका डाली है। इस मामले में मुंबई पुलिस ने सोमवार को हाई कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया। सुशांत की बहनों के खिलाफ दर्ज़ एफआईआर में रिया ने जालसाजी और सुशांत के मेडिकल प्रेस्क्रिप्शन को फेब्रिकेट करने का आरोप लगाया है। मामले की रिपोर्ट बांद्रा पुलिस थाने में दर्ज़ करवाई गई थी। 

हलफनामे में यह भी कहा गया कि सुशांत की बहनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके पुलिस सीबीआई द्वारा की जा रही जांच को किसी भी तरह से प्रभावित नहीं करना चाहती। उनके खिलाफ पुलिस रिपोर्ट रिया चक्रवर्ती द्वारा उपलब्ध करवाई गई प्राथमिक सूचना के आधार पर दर्ज़ की गई थी।

मुंबई पुलिस के हलफनामे में यह भी दावा किया गया कि याचिकर्ताओं (प्रियंका सिंह और मीतू सिंह) ने दिल्ली स्थित एक डॉक्टर की मदद से सुशांत को एक फर्ज़ी प्रेस्क्रिप्शन भेजा था, जिसमें एंज़ाइटी के लिए दवाओं को प्रस्तावित किया गया था। इसकी वजह से बिना डॉक्टर की जांच के सुशांत ने साइकोट्रॉपिक पदार्थ लिए होंगे, जो सम्भव है कि एक्टर की आत्महत्या से मौत का कारण बना।

इस तरह की सूचना के आधार पर प्रारम्भिक पूछताछ के बिना जांच की जा सकती है। इसलिए मुंबई पुलिस का फर्ज था कि वो एफआईआर दर्ज़ करे। एफआईआर दर्ज़ होने के बाद, पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए एफआईआर से जुड़े सभी दस्तावेज़ सीबीआई से साझा किए, जो सुशांत की मौत की जांच कर रही है।
 

मुंबई पुलिस ने सीबीआई के इस रुख का विरोध किया कि उसे उसी मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं करनी चाहिए, जिसकी जांच केंद्रीय एजेंसी पहले से ही कर रही है। हलफनामे में कहा गया है कि सीबीआई जिस मामले की जांच कर रही है, वह बिहार में मृतक के पिता ने दर्ज कराया था, जबकि मुंबई पुलिस ने जो एफआईआर दर्ज़ की है, वो सुशांत की बहनों प्रियंका और मीतू और डॉक्टर तरुण कुमार के खिलाफ जालसाज़ी, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश की है। अब यह सीबीआई के जिम्मे है कि वो दोनों एफआईआर की जांच करके उपयुक्त रिपोर्ट फाइल करे।

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