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जानिए नई सरकार से क्या चाहते हैं टीवी कलाकार

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लोकसभा चुनाव शुरू हो गए हैं, हमारे टीवी कलाकारों का कहना है कि रोटी, कपड़ा और मकान आज के समय की जरुरत है और वे हमें बता रहे हैं कि वे नई सरकार से क्या चाहते हैं।

रोहिताश्व गौर 
मूल समस्या रोटी, कपड़ा और मकान की है। अगर कीमतें कम नहीं होंगी, तो आम जनता अपना जीवन जिएगी कैसे। कीमतें दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हैं और उसपर कोई अंकुश लग नहीं रहा है। यह समस्या लंबे समय से हमारे यहां है। मैं उम्मीद करता हूं कि कानून सभी के लिए समान होना चाहिए भले ही हमारी जाति,धर्म और लिंग अलग अलग हो। भाईचारा मौजूदा दौर की सबसे बड़ी जरूरत है। भाईचारे की भावना तभी जागेगी जब राजनेता जनता को वोट बैंक के रूप में नहीं बल्कि एक देश के रूप में देखेंगे। जिसके लिए उन्हें अच्छा काम करना है।

डेलनाज ईरानी
मैं एक सुरक्षित और शिक्षित भारत चाहती हूं। मैं राजनीतिज्ञों से भ्रष्टाचार, आतंकवाद से लड़ने और एकजुट होकर देश में सकारात्मक बदलाव लाने की उम्मीद करती हूं।

सुमित कौल
एक बात जो मैं अपने राजनेताओं से उम्मीद करता हूं वह है देश की अखंडता की। देश के नेता दुनिया में भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं। एक मजबूत राजनीतिज्ञ ही सही मायने में राष्ट्र को प्रेरित कर सकता है। हमारे देश में जो एक बदलाव मैं देखना चाहूंगा वह यह है कि हम मतदान करें। मतदान एक सामुदायिक गतिविधि नहीं है और इसे समूहों में नहीं किया जाना चाहिए। यह बात समझने की जरूरत है। प्रत्येक व्यक्ति को एक उचित अध्ययन के बाद अपना मतदान करना चाहिए। पूर्व प्रतिनिधि और मौजूदा प्रतिनिधि द्वारा कार्यकाल के दौरान किए गए प्रदर्शन के आधार पर उनका चुनाव करना चाहिए। नागरिक के रूप में हमें समूहों से ऊपर उठने और व्यक्तिगत पसंद के रूप में मतदान करने के अपने अधिकार का उपयोग करने की आवश्यकता है।
 
समीर ओंकार
मैं बस इतना चाहता हूं कि सभी दल मिलकर काम करें। यदि सभी मुद्दों में नहीं, तो कम से कम कुछ क्षेत्रों और एजेंडों में तो जरूर। वे एक साथ काम कर सकते हैं और एक-दूसरे का विरोध करना बंद कर सकते हैं। आजकल देखा जा सकता है कि विपक्षी पार्टी सत्तारूढ़ पार्टी का हर मुद्दे पर बस विरोध या असहमति ही जाहिर करती है, भले ही वे सही हों या गलत। मैं सिर्फ अपने देश में एक सकारात्मक राजनीतिक माहौल देखना चाहता हूं और यह तभी संभव है जब सभी दल एक-दूसरे का सम्मान करना शुरू कर दें।

संदीप नाहर
मेरे दृष्टिकोण में राजनेता किसी देश का आईना होते हैं क्योंकि वे देश में राजनीतिक और आर्थिक परिस्थितियों के अहम पहलू होते हैं। देश में सबसे अहम बदलाव रोजगार और बेहतरीन शिक्षा प्रणाली में होने की ज़रूरत है। बुनियादी शिक्षा प्रणाली सभी के लिए समान होनी चाहिए। दूसरा जो बदलाव आना चाहिए वो भ्रष्टाचार में हो। भ्रष्टाचार ने देश को अंदर तक खोखला कर दिया है। उसको जड़ से खत्म करने की जरूरत है।
 
भानूजीत सिंह सूडान
हर उम्मीदवार से हमें उम्मीदें हैं, लेकिन फिर भी हमने आज तक सर्वश्रेष्ठ नहीं पाया है। मोदी जी ने हमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत बनाया है लेकिन भारत की आंतरिक स्थितियों में सुधार नहीं हो रहा है। बहुत ही कम राजनेता हैं, जिनकी मैं अटल बिहारी वाजपेयी की तरह प्रशंसा कर सकता हूं।

साहिल आनंद
हम देश के राजनेताओं से बहुत उम्मीद करते हैं लेकिन हमेशा की तरह, उनके चुनाव जीतने के बाद उम्मीदें खत्म हो जाती हैं। मैं अभी 30 साल का हूं और मैंने कई राजनेताओं को आते-जाते देखा है, लेकिन सभी में से मोदी सबसे अच्छे हैं। मैं उन्हें गरीब लोगों के लिए काम करते देखता हूं। लेकिन मध्यवर्ग का क्या? लाभ या तो गरीब या अमीर वर्ग के लिए है। देश में मैं जो मुख्य परिवर्तन देखना चाहूंगा वह है भ्रष्टाचार का खात्मा। जैसा कि भारत में है, निचले स्तर से लेकर ऊपरी स्तर तक, सभी लोग भ्रष्ट हैं।
 
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रेहान रॉय
मैं उम्मीद करता हूं कि हर राजनेता सभी के साथ समान व्यवहार करे, कोई पक्षपात न करे। मुझे अच्छा लगेगा अगर वे चुनाव से ठीक पहले जैसा काम करते हैं। लोगों से जुड़ने की कोशिश करते हैं। वे पूरे कार्यकाल के दौरान करें। मुझे लगता है कि हमारा देश दिन-ब-दिन स्वच्छ हो रहा है। भविष्य में, मैं और अधिक स्वच्छ भारत और बहुत अधिक शांतिपूर्ण भारत देखना चाहूंगा।

रोहित पुरोहित
मैं राजनेताओं से देश में स्थायी परिवर्तन लाने की अपेक्षा करता हूं। मैं हर बार मतदान करता हूं। मेरा मानना है कि सभी को मतदान करना चाहिए क्योंकि वोट देना नागरिकों का अधिकार है और कोई भी आपको मतदान करने से नहीं रोक सकता है।

कृष्ण भारद्वाज
मुझे लगता है कि हमें राजनेताओं से कुछ भी उम्मीद नहीं करनी चाहिए क्योंकि अगर हमारी अपेक्षाएं पूरी नहीं होती हैं, तो हम उन्हें दोषी मानते हैं। जब भी कोई नया राजनेता अपने दावों के साथ आता है, हम उस पर भरोसा करते हैं और उसे अपना वोट देते हैं। यह बहुत ही कम हुआ है कि दावों और वादों पर हकीकत में काम किया गया हो। इसलिए, मेरा मानना है कि मतदान के हमारे अधिकार ने वास्तविक दुनिया में अपना महत्व खो दिया है।

मोहम्मद नाज़िम
मुझे लगता है कि 'हर वोट मायने रखता है' अब एक कहावत बन गई है। अधिकांश लोग वोट देने भी नहीं जाते क्योंकि वे जानते हैं कि राजनेता द्वारा किया गया कुछ भी उनके फायदे के लिए नहीं होगा। देश में बहुत सारे बदलाव लाने की जरूरत है। मध्यम वर्ग की स्थिति की राजनेताओं ने हमेशा ही अनदेखी की है। अमीर वर्ग या तो गरीब वर्ग के लोग ही लाभान्वित होते हैं।

टीना दत्ता
मेरा मानना है कि चुनाव और कुछ नहीं बल्कि बढ़ा चढ़ाकर कर किए गए वादों का खेल बन गया हैं जो दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा हैं। अभी सोशल मीडिया में बूम आ गया है, इसलिए अधिक चर्चा है। मैं बस एक शांतिपूर्ण माहौल वाला देश चाहती हूं और ऐसी जगह जहां लोगों को रहने के लिए रोटी, कपड़ा और मकान मिल सके।

जैस्मीन भसीन
मेरा मानना है कि देश में बदलाव हो रहे हैं, लेकिन इसमें समय लगेगा। सभी को वोट देना चाहिए क्योंकि मेरा मानना है कि हर वोट मायने रखता है। तभी हम बदलाव ला सकते हैं। बदलाव के लिए वोट कीजिए।

शशांक व्यास
मुझे लगता है कि उन्हें केवल इस बारे में बात नहीं करनी चाहिए कि वे क्या करना चाहते हैं, इसके बजाय उन्हें पहले करना चाहिए और उसके बाद दिखाना चाहिए कि देखिए हमने क्या किया है। सभी दावे पूरे हों जरूरी नहीं है लेकिन कुछ तो हो। ऐसी कई अहम बातें हैं जिनमें सरकार चूक गयी हैं। उदाहरण के लिए, देश के विभिन्न क्षेत्रों में कई शौचालय हैं लेकिन उनका रखरखाव बिल्कुल नहीं है।
 
शरद मल्होत्रा
सरकार जनता की है, जनता के लिए है और जनता द्वारा है इसलिए सत्ता में आने वाले किसी भी राजनेता को जनता के लिए काम करना चाहिए, न कि अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए। जनता की समस्याएं उसका एजेंडा होना चाहिए। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि केवल मानक स्थापित करने से मदद नहीं मिलेगी। सरकार को हमेशा यह देखना चाहिए कि उसके मानक पूरे हो रहे हैं या नहीं।

श्वेता रोहिरा
हम युवा पीढ़ी, ऐसे नेताओं की मांग करते हैं जो हमारी पीढ़ी को समझते हैं क्योंकि हमारे पास दुनिया की सबसे युवा आबादी है। समय के साथ खुद को शिक्षित करने वाला नेता महत्वपूर्ण है।

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