करण जौहर की डायरेक्टर के तौर पर पहली फिल्म कुछ-कुछ होता है को 20 साल पूरे हो गए हैं। शाहरुख खान, काजोल और रानी मुखर्जी स्टारर इस फिल्म को दो दशक पूरे होने की खुशी में मुंबई में एक शानदार पार्टी का आयोजन किया गया।
पार्टी में फिल्म की पूरी स्टारकास्ट के अलावा ट्विंकल खन्ना, श्वेता बच्चन, जाह्नवी कपूर और कई स्टार ने शिरकत की। 16 अक्टूबर 1998 को रिलीज हुई फिल्म कुछ-कुछ होता है ने बॉक्स ऑफिस के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। वही टीना के रोल के लिए रानी मुखर्जी करण की पहली पसंद नहीं थीं। इस रोल के लिए पहले ट्विंकल खन्ना को लिया गया था।
ट्विंकल ने 11 दिन की शूटिंग के बाद फिल्म छोड़ दी थी। बाद में रानी ने इस रोल को निभाया और इसी फिल्म से वह रातों रात सुपरस्टार बन गई थीं। अंजली का रोल काजोल से पहले जूही चावला को दिया गया था।
ट्विंकल ने फिल्म से जुड़े अपने अनुभव बताते हुए कहा कि रानी मुखर्जी का करियर मैंने बना दिया क्योंकि वह रोल मेरा था और मैंने फिल्म छोड़ दी थी, इसी वजह से रानी की इस फिल्म में एंट्री हुई।
ट्विंकल के इस बयान पर रानी मुखर्जी ने कहा कि ट्विंकल इस फिल्म में काम नहीं करने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया। मुझे जैसी बेहद अच्छी दोस्त मिली है।
ट्विंकल ने बताया कि एक दिन मेरी मां (डिंपल कपाड़िया) ने मुझसे पूछा, क्या तुम जानती हो फिल्म कुछ-कुछ होता है में सबसे खास बात क्या है। जवाब में मैंने कहा, फिल्म के गानें। मां बोली, गानें नहीं, फिल्म की सबसे अच्छी बात यह है कि तुम नहीं हो।
उन्होंने कहा कि जब मैं अपने पति किसी फिल्म की कहानी में कोई सलाह देने जाती हूं, तो वह कहते हैं, यार तुम सलाह देना बंद करो, तुम तो वही हो जिसने कुछ-कुछ होता है में काम करने से इंकार कर दिया था।
ट्विंकल ने कहा कि सच कहूं तो कुछ-कुछ होता मेरे हाथ से निकल गई इस बात का मुझे कोई अफसोस नहीं होता, क्योंकि आज जब फिल्म को मिली सफलता और तमाम अवॉर्ड का विडियो देखती हूं तो रिग्रेट होता है। रानी मुखर्जी को मैंने पहले भी कई बार कहा है कि मैंने उनका करियर बना दिया, इस बात के लिए रानी को मुझे मिलियन्स गिफ्ट देने चाहिए।