बॉलीवुड एक्ट्रेस ईशा गुप्ता इंडस्ट्री में लंबे समय से काम कर रही हैं। उन्होंने 'जन्नत 2' से बॉलीवुड डेब्यू किया था। ईशा भले ही अपनी फिटनेस और बेहतरीन फिगर को लेकर चर्चा में बनी रहती हों लेकिन उनको अपने रंग को लेकर इंडस्ट्री में भेदभाव का सामना करना पड़ा है।
एक इंटरव्यू में ईशा गुप्ता ने अपने फिल्म इंडस्ट्री के अनुभव के बारे में बताया है। उन्होंने कहा, एक समय ऐसा था जब मेकअप आर्टिस्ट जानबूझकर उनके काले रंग को छिपाने की कोशिश करते थे। उन्हें गोरा दिखने की सलाह दी जाती थी। यहां तक कि उनकी पूरी बॅाडी का मेकअप भी किया जाता था।
ईशा ने कहा, जब मैंने इंडस्ट्री में शुरुआत की तो कई एक्टर ऐसे थे, जिनके साथ मैंने काम नहीं किया था। वो मुझे मिलकर बोलते थे कि तू अपना मेकअप थोड़ा काला करती है। गोरा किया कर। मुझे ये सुनकर लगता था कि यह क्या है? कई मेकअप आर्टिस्ट ऐसे थे जो मुझे गोरा दिखाने की कोशिश करते थे। इसके लिए वो पूरा शरीर मेकअप करते थे।
उन्होंने कहा, मैंने दो मल्टीस्टारर की हैं और उन्होंने मुझे कहा तुम सेक्सी हो, क्योंकि मेरा स्किन टोन काला है। हमारे देश में जिसे काला माना जाता है, वो सिर्फ सेक्सी या नेगेटिव हो सकता है। गोरी रंग की लड़कियों को शरीफ माना जाता है।
बता दें कि 'जन्नत 2' के अलावा ईशा हमशक्ल, टोटल धमाल, राज 3डी और बादशाहो में नजर आईं। फिल्मों में कदम रखने से पहले ईशा गुप्ता एक सफल मॉडल रही हैं। वह 2007 में मिस इंडिया इंटरनेशनल का खिताब जीत चुकी हैं।