बिग बॉस 13 शो के शुरुआत से ही पारस छाबड़ा मजबूत खिलाड़ी के रूप में सामने आए। सीधे-सीधे सिद्धार्थ शुक्ला से भिड़ गए और बिग बॉस का हाउस दो खेमों में बंट गया। एक बनी सिद्धार्थ की टीम और दूसरी पारस की टीम। शो की दो लड़कियां माहिरा और शहनाज़ तो पारस को पसंद करने लगीं और इन दोनों की इस कमजोरी का पारस ने खूब लाभ उठाया।
रियलिटी शो में पारस पहले भी भाग ले चुके हैं। वे इस खेल के नियम और उतार-चढ़ाव से वाकिफ हैं इसलिए संतुलित तरीके से वे बिग बॉस खेलते रहे। कब क्या बोलना है? कब चुप रहना है? कब विवाद करना है? इन प्रश्नों के उत्तर वे जानते हैं। इसलिए दूसरे प्रतियोगी से वे आगे खड़े नजर आएं।
लेकिन पिछले कुछ दिनों में पारस में बदलाव देखने को मिल रहा है। उनकी बदतमीजी बढ़ती जा रही है। खासतौर पर लड़कियों से वे अच्छे से पेश नहीं आ रहे हैं। हिमांशी के फिगर पर उन्होंने कमेंट कर दिया और हिमांशी की दुश्मनी मोल ले ली। उसके बाद पारस ने भी कभी भी हिमांशी से अच्छे से बात नहीं की। वे बेहूदे ढंग से हिमांशी से बात करते हैं।
नॉमिनेशन की प्रक्रिया में वे आरती से भिड़ गए। आरती के अंडरगारमेंट्स को लेकर उन्होंने कमेंट किया। इस बात से आरती बुरे तरीके से आहत रही। वे लगातार रोती रही और उनकी तबियत भी खराब हो गई।
इसके बाद बारी थी शेफाली ज़रीवाला की। वाइल्ड कार्ड के तौर पर जब शेफाली ने एंट्री ली तो पारस उन्हें 'भाभी' कहते पाए गए क्योंकि वे शेफाली के पति से परिचित हैं। बाद में शेफाली और पारस का समीकरण बदल गया। शेफाली को उन्होंने 'बुढ्ढी' भी कहा और कहा कि बुढ़ियाओं में उन्हें कोई रूचि नहीं है।
पारस का यह व्यवहार उनकी लोकप्रियता में गिरावट ला सकता है। वीकेंड का वार में सलमान खान की डांट भी पारस खा सकते हैं जो कि बहुत जरूरी है।