ओलंपिक में भारत की ओर से दो पदक जीतने वाले चर्चित पहलवान सुशील कुमार ने नरसिंह यादव और डोपिंग के मुद्दे पर कहा है कि ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारतीय कुश्ती ऐसी स्थिति से गुज़र रही है। रियो ओलंपिक से ठीक पहले डोपिंग विवाद के कारण पहलवान नरसिंह यादव पर सवाल उठे हैं।
सुशील ने ट्वीटर पर लिखा है कि उन्होंने अपना जीवन कुश्ती को दिया है और वो हमेशा अपने साथी पहलवानों का समर्थन करते रहेंगे। ट्विटर पर पोस्ट किए अपने वीडियो संदेश में सुशील कुमार ने कहा, 'ओलंपिक में दो पदक लाने के बाद मन था कि तीसरा पदक देश के लिए लाऊँ। पिछले एक महीने से मैं ओलंपिक की तैयारियों से दूर हूँ। अब अपने साथी पहलवानों को सपोर्ट करता हूँ और उम्मीद करता हूँ कि वे ओलंपिक में देश के लिए पदक लाएँ।
इस पर लोगों ने काफ़ी नाराज़गी जताई थी। अब सुशील कुमार साथी पहलवानों के समर्थन में सामने आए हैं।
नरसिंह यादव ने सुशील कुमार की जगह 74 किलोग्राम वर्ग में रियो ओलंपिक के लिए क्वालिफ़ाई किया है लेकिन पिछले दिनों नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (नाडा) ने उन्हें प्रतिबंधित दवाओं के सेवन का दोषी पाया है।
हालांकि नरसिंह का कहना है कि उनके ख़िलाफ़ साज़िश हुई है। रियो ओलंपिक के 74 किलोग्राम वर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व कौन करेगा, इस मामले को लेकर सुशील कुमार कोर्ट भी गए और उन्होंने नरसिंह यादव के साथ ट्रायल की मांग भी की। लेकिन अदालत ने उनकी मांग नहीं मानी।
सुशील कुमार के ताज़ा ट्वीट पर लोगों ने मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है...
मेलविन नोरोन्हा ने ट्विटर हैंडल @melwynnoronha से लिखा है- ये शर्मनाक है। पहले आपने कोटा पर दावा किया, जिसमें आख़िरकार नरसिंह जीते लेकिन एक दिन पहले इस मुद्दे पर अपना बयान पोस्ट करने के बाद अब आप भोले बनने की कोशिश कर रहे हैं।
सुशील यादव (@ahirsushil) ने लिखा है- लेकिन आपका पहले वाला ट्वीट काफ़ी बचकाना था। नरसिंह ओलंपिक एसोसिएशन नहीं हैं।
लेकिन सुरेश ने ट्विटर हैंडल @jaamkaay1 से लिखा है- सुशील भाई, मैं आपका सपोर्ट करता हूँ। मैं आपके साथ हूँ। आख़िरी फ़ैसला आने दीजिए।
करण शर्मा (@Karansharma1230) लिखते हैं- लव यू सुशील भाई। आप ओलंपिक जाते तो गोल्ड पक्का था। अब देखो क्या होता है। लेकिन हम आपके साथ हमेशा हैं।