नई दिल्ली। वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम ने बुधवार को कहा कि देश में ईंधन की बढ़ती कीमतों से क्षेत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और इससे वाहनों की मांग में कमी आएगी। सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) ने सरकार को मांग आधारित नीति के बजाय फिटनेस आधारित स्क्रैप नीति का भी सुझाव दिया है।
सियाम के अध्यक्ष केनिची आयुकावा ने 'ऑनलाइन' संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ईंधन की कीमतें बढ़ने से हमारे उद्योग पर दुर्भाग्य से नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। हमें नहीं पता कि इस तरह की स्थिति कब तक चलेगी? लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि ईंधन की कीमतें जल्द से जल्द कम होंगी।
उन्होंने कई राज्यों में पेट्रोल के दाम 100 रुपए प्रति लीटर और डीजल के दाम 90 रुपए प्रति लीटर के पार पहुंचने पर कहा कि इससे वाहन उद्योग प्रभावित होगा। केनिची ने कहा कि हमें बाजार में मांग को ध्यान से देखना होगा, क्योंकि ईंधन की बढ़ती कीमतों से लोग निजी वाहन का इस्तेमाल करने से बचेंगे। यह हमारे लिए बड़ी चिंता का विषय है। उन्होंने सरकार द्वारा इस वर्ष मार्च में घोषित वाहन कबाड़ नीति में वाहनों की 'फिटनेस' पर ध्यान देने का आग्रह किया।(भाषा)