अमावस्या तिथि अगर मंगलवार को आती है तो इसे भौमवती अमावस्या कहा जाता है। इस बार भी अमावस्या और मंगलवार का योग बना है। इसलिए इस अमावस्या को भौमवती अमावस्या कहा जाएगा। शास्त्रों के अनुसार इस अमावस्या को इच्छाओं को पूरा करने वाली रात माना गया है। मंत्र-तंत्र साधना करने वाले इस दिन विशेष सिद्धियां प्राप्त करते हैं। तिथि के अनुसार यह हलहारिणी अमावस्या है। इस दिन कृषक अपने हल, जमीन, फसल और बीजों की पूजा करते हैं।
अमावस्या की रात जिस घर में देवी लक्ष्मी का पूजन किया जाएगा, माता लक्ष्मी उस घर में धन के भंडार भर देंगी।। अमावस्या की रात मां जिस घर में प्रवेश करती हैं वहां अपनी संपूर्ण शक्तियों के साथ विराजित हो जाती हैं और उस घर पर अपने आशीष की वर्षा करती हैं। माता लक्ष्मी की इस कृपा को प्राप्त करने के लिए हलहारिणी भौमवती अमावस्या पर ये उपाय करें...
1. अपने घर के मुख्य द्वार पर कुमकुम से माता लक्ष्मी के चरण चिन्ह बनाएं।
2.पूजा करते समय इस मंत्र का जाप करते रहें
ॐ पहिनी पक्षनेत्री पक्षमना लक्ष्मी दाहिनी वाच्छा भूत-प्रेत सर्वशत्रु हारिणी दर्जन मोहिनी रिद्धि सिद्धि कुरु-कुरु-स्वाहा।
3. महिलाएं अपने सुहाग की लंबी उम्र के लिए पीपल का पूजन करें। पीपल को छूने से पापों का नाश होता है और परिक्रमा करने से उम्र में वृद्धि होती है।
4. संतान प्राप्ति के लिए पूजा करने के बाद लाल रंग के बछड़े अथवा गाय को गुड़ खिलाएं।
5. एक घी और दूसरा तेल का दीपक लगाएं। उनमें लौंग डालकर जलाएं। धन प्राप्ति का यह सबसे सरल और सटीक उपाय है।
6. शिव जी पर गंगाजल चढ़ाएं।
7. हनुमान मंदिर में सिंदूर अर्पित करें।
8. यथासंभव दान करें। दक्षिणा के साथ जो भी संभव हो दान अवश्य करें।
9. मंगल के 21 नाम, शिव सहस्त्रनाम और हनुमान बाहुक का वाचन करें।
10. घर की अन्न कोठी या अन्न रखने का स्थान पूजें।