Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

दूर्वा गणपति व्रत : बस एक मंत्र से होगा जीवन में चमत्कार...

राजश्री कासलीवाल
* श्रीगणेश को दूर्वा चढ़ाते समय बोले ये मंत्र, होगा समस्त कष्टों का निवारण
* जीवन के सभी कष्टों को हर लेगा श्रीगणेश का एक प्रिय मंत्र... 
 
विघ्नहर्ता भगवान श्रीगणेशजी की आराधना बहुत मंगलकारी मानी जाती है। उनके ‍भक्त विभिन्न प्रकार से उनकी आराधना करते हैं। अनेक श्लोक, स्तोत्र, मंत्र तथा जाप द्वारा गणेशजी को मनाया जाता है। श्रावण शुक्ल तृतीया के दिन दूर्वा गणपति व्रत किया जाता है। इस दिन श्रीगणेश का पूजन कर उन्हें दूर्वा अर्पित करने का विशेष महत्व है। 

ALSO READ: गणेश जी और उनकी प्रिय दूर्वा, पढ़ें 10 विशेष बातें
 
इसके अलावा प्रतिदिन भगवान गणेश को दूर्वा अर्पित की जानी चाहिए। अगर हर रोज न कर सकें तो भी घबराने की कोई बात नहीं, भगवान गणेश के कुछ खास दिनों में जैसे बुधवार, विनायकी चतुर्थी, संकष्टी चतुर्थी एवं श्रीगणेश चतुर्थी, गणेश जन्मो‍त्सव के दिन उन्हें विशेष तौर पर दूर्वा चढ़ाकर उनका पूजन-अर्चन करना चाहिए, ताकि हमारे जीवन के समस्त कष्टों का निवारण शीघ्र ही हो।  

ALSO READ: कैसे प्रारंभ हुई गणेशजी को दूर्वा चढ़ाने की परंपरा, पढ़ें पौराणिक कथा
 
अपने जीवन की सभी संकटों से मुक्ति के लिए इस ‍दिन शिव परिवार का पूजन करना लाभदायी माना गया है। इस दिन श्रीगणेश का पूजन करते समय निम्न मंत्र बोलकर गणेश जी को दूर्वा अर्पण करना चाहिए।
 
श्रीगणेश को दूर्वा अर्पण करने का मंत्र - 
 
* 'श्री गणेशाय नमः दूर्वांकुरान् समर्पयामि।' 
 
इस मंत्र के साथ श्रीगणेशजी को दूर्वा चढ़ाने से जीवन की सभी समस्याओं से मुक्ति का मार्ग मिल जाता है और श्रीगणेश अपने भक्तों पर प्रसन्न होकर उन्हें सुखी जीवन और संपन्नता का आशीर्वाद प्रदान करते है। 

 
 

ज़रूर पढ़ें

इस धनतेरस अपनी राशि के अनुसार खरीदें ये वस्तुएं, लक्ष्मी माता की कृपा से हमेशा भरी रहेगी तिजोरी

गुरु पुष्य योग में क्यों की जाती है खरीदारी, जानें महत्व और खास बातें

दिवाली क्यों मनाई जाती है? जानें इतिहास, महत्व और कहानी

जानिए सोने में निवेश के क्या हैं फायदे, दिवाली पर अच्छे इन्वेस्टमेंट के साथ और भी हैं कारण

किसके लिए नया सप्ताह रहेगा लकी, पढ़ें 12 राशियों का साप्ताहिक राशिफल

सभी देखें

नवीनतम

25 अक्टूबर 2024 : आपका जन्मदिन

25 अक्टूबर 2024, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

Dhanteras Rashifal: धनतेरस पर बन रहे 5 दुर्लभ योग, इन राशियों को मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा

Rama ekadashi date time: रमा एकादशी कब है, क्या है इसका महत्व और कथा

Guru pushya nakshatra: पुष्य नक्षत्र इस बार 24 घंटे 44 मिनट तक का, कल भी कर सकते हैं खरीदारी

આગળનો લેખ
Show comments