Shanidev Saturn: सूर्य और चंद्र को छोड़कर हर ग्रह की दो-दो राशियां हैं। जैसे मंगल की मेष और वृश्चिक, बुध की मिथुन और कन्या, बृहस्पति की धनु और मीन, शुक्र की वृषभ और तुला और शनि की कुंभ और मकर। हालांकि शनिदेव को एक और राशि प्रिय है जिस पर शनिदेव की कृपा बनी रहती है। आओ जानते हैं कि कौसी है वह राशि।
तुला : शनिदेवी की सबसे प्रिय राशि तुला है। यानी शनिदेव शुक्र की दो राशियों वृषभ और तुला में से तुला पर मेहरबान रहते हैं। शनिदेव अपनी साढ़ेसाती या ढैया के काल में तुला राशि वालों को दु:ख और कष्ट प्रदान तब तक नहीं करते हैं जब तक कि यह राशि वाले छल और कपट से दूर रहते हैं। यदि तुला राशि वाले दूसरों का भला करते हैं तो शनिदेव की उन पर विशेष कृपा बनी रहती है। उनकी उन्नति में वे सहायक होते हैं और सभी मनोकामना पूर्ण करके अप्रत्याशित फल भी प्रदान करते हैं।
धनु और मीन : यह भी कहा जाता है कि शनिदेव बृहस्पति की राशि धनु और मीन को भी ज्यादा कष्ट नहीं देते हैं। यदि इन दोनों राशि वालों के कर्म अच्छे हैं तो वे उन्हें किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं देते हैं बल्कि उल्टे वह कष्टों से बचाते हैं और मान-सम्मान के साथ ही धन भी प्रदान करते हैं।