Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

November Weekly Muhurat : नए सप्ताह के सर्वश्रेष्‍ठ शुभ मुहूर्त, पढ़ें यहां...

November Weekly Muhurat : नए सप्ताह के सर्वश्रेष्‍ठ शुभ मुहूर्त, पढ़ें यहां...
webdunia

पं. हेमन्त रिछारिया

यहां पाठकों के लिए प्रस्तुत हैं 7 से 13 नवंबर 2022 तक के नए साप्ताहिक मुहूर्त। जानें इस हफ्ते कौन-कौन से विशेष व्रत, त्योहार आने वाले हैं। साथ ही जानिए इन दिनों आने वाले पर्व के शुभ मुहूर्त, ग्रह-गोचर, किन राशियों का परिवर्तन आदि के बारे में खास जानकारी। पढ़ें पंचांग और चौघड़िए के आधार पर साप्ताहिक मुहूर्तों की खास पेशकश... 
 
(साप्ताहिक मुहूर्त : 7 नवंबर से 13 नवंबर 2022 तक)
 
7 नवंबर 2022, सोमवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, इस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-कार्तिक
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-हेमन्त
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्दशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-अश्विन
योग (सूर्योदयकालीन)-सिद्ध
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक  
दिशा शूल-आग्नेय 
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-मेष
व्रत/मुहूर्त-व्रत पूर्णिमा/भद्रा/बैकुंठ चतुर्दशी (मतांतर)/मूल समाप्त
यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।
आज का उपाय-मंदिर में मिश्री अर्पण करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

8 नवंबर 2022, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, इस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-कार्तिक
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-हेमन्त
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन-पूर्णिमा
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-भरणी
योग (सूर्योदयकालीन)-व्यतिपात
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर 
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-मेष
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/भीष्म पंचक समाप्त/खग्रास चंद्र ग्रहण/कार्तिक स्नान पूर्ण
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-हनुमान मंदिर में पंचमुखा दीपक प्रज्ज्वलित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

9 नवंबर 2022, बुधवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, इस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-मार्गशीर्ष (अगहन)
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-हेमन्त
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-प्रतिपदा
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-कृत्तिका
योग (सूर्योदयकालीन)-वरियान
करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-वृष
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/कार्तिक व्रत पारण
यात्रा शकुन-हरे फल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-किसी बटुक को शहद भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

10 नवंबर 2022, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, इस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-मार्गशीर्ष (अगहन)
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-हेमन्त
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वितीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रोहिणी
योग (सूर्योदयकालीन)-परिघ
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-दक्षिण  
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-वृष
व्रत/मुहूर्त-जातकर्म/नामकरण/अन्नप्राशन
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में चमेली के पुष्प चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

11 नवंबर 2022, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, इस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण 
मास-मार्गशीर्ष (अगहन)
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-हेमन्त
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मृगशिरा
योग (सूर्योदयकालीन)-शिव
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य 
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-श्री गणेश चतुर्थी व्रत (चंद्रोदय रात्रि 7:10 मिनट) भद्रा/शुक्र गोचर
यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-गणेश मंदिर में मोदक चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

12 नवंबर 2022, शनिवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-मार्गशीर्ष (अगहन)
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-हेमन्त
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्थी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मृगशिरा
योग (सूर्योदयकालीन)-सिद्ध
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय-प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहुकाल-प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशा शूल-पूर्व
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-श्री गणेश चतुर्थी व्रत (चंद्रोदय रात्रि 8:45 मि.)-मतांतर/रोगी स्नान मुहूर्त
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-शनि मंदिर में इमरती दान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

13 नवंबर 2022, रविवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-मार्गशीर्ष (अगहन)
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-हेमन्त
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-पंचमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आर्द्रा
योग (सूर्योदयकालीन)-साध्य
करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम 
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-बुध गोचर/मंगल गोचर/पुंसवन/सीमान्तोनयन
यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-किसी मंदिर में केसर दान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
 
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com


webdunia

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

Pushkara Snana : पुष्कर जी में नहाने से क्या होता है जानिए प्राचीन मान्यताएं और परंपराएं