Weekly Shubh Muhurat 2022 : इस बार 3 अक्टूबर से नया हफ्ता शुरू हो रहा है। यहां जानिए 3 से लेकर 9 अक्टूबर 2022 तक के साप्ताहिक शुभ मुहूर्त। इन दिनों नवरात्रि पर्व का समापन तथा विजयादशमी का शुभ पर्व भी मनाया जाएगा। यहां आपके लिए प्रस्तुत हैं हिन्दू कैलेंडर के अंतर्गत विशेष मुहूर्त में दिवस, पर्व, ग्रहों के परिवर्तन, आने वाले खास त्योहार आदि से संबंधित जानकारी। यहां जानिए पंचांग तथा चौघड़िए के आधार पर नए सप्ताह के शुभ मुहूर्त। Astrology Muhurat
(साप्ताहिक मुहूर्त : 3 अक्टूबर से 9 अक्टूबर 2022 तक)
3 अक्टूबर 2022, सोमवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-आश्विन
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शरद
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अष्टमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाषाढ़ा
योग (सूर्योदयकालीन)-शोभन
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-मकर
व्रत/मुहूर्त-दुर्गाष्टमी
यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।
आज का उपाय-देवी मंदिर में खीर भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
4 अक्टूबर 2022, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-आश्विन
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शरद
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-नवमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराषाढ़ा
योग (सूर्योदयकालीन)-अतिगण्ड
करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-मकर
व्रत/मुहूर्त-दुर्गा नवमी
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-देवी मंदिर में रक्त चंदन भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
5 अक्टूबर 2022, बुधवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-आश्विन
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शरद
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-दशमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-श्रवण
योग (सूर्योदयकालीन)-सुकर्मा
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-मकर
व्रत/मुहूर्त-विजयादशमी/भद्रा
यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-शमी वृक्ष का पूजन करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
6 अक्टूबर 2022, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-आश्विन
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शरद
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-धनिष्ठा
योग (सूर्योदयकालीन)-शूल
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-दक्षिण
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-कुम्भ
व्रत/मुहूर्त-पापांकुशा एकादशी व्रत (सर्वे.)/पंचक प्रारंभ
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में पीले फल अर्पण करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
7 अक्टूबर 2022, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-आश्विन
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शरद
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी/त्रयोदशी (क्षय)
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-शतभिषा
योग (सूर्योदयकालीन)-गण्ड
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-कुम्भ
व्रत/मुहूर्त-प्रदोष व्रत
यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-शिवलिंग का दुग्धाभिषेक करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
8 अक्टूबर 2022, शनिवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-आश्विन
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शरद
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्दशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाभाद्रपद
योग (सूर्योदयकालीन)-वृद्धि
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय-प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहुकाल-प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशा शूल-पूर्व
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-मीन
व्रत/मुहूर्त-कोजागिरी व्रत/भद्रा
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-शनि मंदिर में सवा किलो इमरती चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
9 अक्टूबर 2022, रविवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-आश्विन
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शरद
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-पूर्णिमा
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराभाद्रपद
योग (सूर्योदयकालीन)-ध्रुव
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-मीन
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/शरद पूर्णिमा व्रत/कार्तिक स्नान प्रारंभ
यात्रा शकुन- इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में केसरयुक्त खीर अर्पण करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com