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मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
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सूर्य मेष संक्रांति 14 अप्रैल को, जानिए महत्व, महापुण्यकाल और 12 राशियों पर असर

सूर्य मेष संक्रांति 14 अप्रैल को, जानिए महत्व, महापुण्यकाल और 12 राशियों पर असर
सूर्य मेष संक्रांति 14 अप्रैल को है। मेष संक्रांति से सौर कैलेंडर के नए वर्ष का प्रारंभ होता है। सूर्य संक्रांति पर नदियों में स्नान करने और दान करने की परंपरा है। सूर्य पूजा से सुख, समृद्धि, ऐश्वर्य, धन, सौभाग्य, वैभव, यश, कीर्ति, पराक्रम, संपदा, सफलता और खुशियों का आगमन होता है। आइए जानते हैं कि मेष संक्रांति का पुण्य काल और महापुण्यकाल कब है?
 
मेष संक्रांति 2022
पंचांग के अनुसार, सूर्य का मीन राशि से मेष राशि में प्रवेश 14 अप्रैल दिन गुरुवार को होगा। जिस समय सूर्य देव मेष में प्रवेश करेंगे, उस समय मेष संक्रांति होगी। मेष संक्रांति का समय 14 अप्रैल को सुबह 08:56 बजे है। 
 
मेष संक्रांति 2022 पुण्य काल
14 अप्रैल को मेष संक्रांति का पुण्य काल 7 घंटे 15 मिनट का होगा। इसका प्रारंभ सुबह 05 बजकर 57 मिनट से होगा, जो दोपहर 01 बजकर 12 तक रहेगा। 
 
मेष संक्रांति 2022 महापुण्यकाल
इस दिन मेष संक्रांति का महापुण्य काल 04 घंटे 16 मिनट का होगा। महापुण्य काल सुबह 06 बजकर 48 मिनट पर शुरु होगा और इसका समापन 11 बजकर 04 मिनट पर होगा। 
 
मेष संक्रांति 2022 स्नान दान
मेष संक्रांति का स्नान और दान सुबह से ही प्रारंभ हो जाएगा, लेकिन महापुण्य काल में स्नान और दान करना ज्यादा फलदायी रहेगा। इस दिन सूर्य देव की पूजा करें। उनको लाल फूल, लाल चंदन, अक्षत् और शक्कर पानी में मिलाकर अर्पित करें। गरीब या ब्राह्मण को गेहूं, लाल चंदन, लाल वस्त्र, घी, गुड़ आ​दि का दान कर सकते हैं। सूर्य देव की कृपा के लिए सूर्य मंत्र भी पढ़ें। आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करें। 
 
मेष संक्रांति से नया सौर वर्ष
मेष संक्रांति से सौर कैलेंडर का नया साल शुरु होता है। मेष इसका पहला माह और मीन 12वां माह है। इस कैलेंडर में भी 12 माह होते हैं, 12 राशियां ही इसके 12 माह हैं। 
 
मेष संक्रांति के कई नाम
मेष संक्रांति को देश में कई अलग अलग नामों से जानते हैं। पंजाब में मेष संक्रांति को बैसाखी कहते हैं, जबकि असम में बिहु, केरल में विशु, बंगाल में पोहला बोइशाख कहते हैं। 
आइए जानते हैं 12 राशियों पर असर
मेष : अनावश्यक मेहनत। गुस्सा बढ़ेगा। यात्रा में सावधान रहें। फिजूल खर्च से तनाव। नकारात्मक विचारों से बचें।
वृष : विघ्न-बाधा से तनाव। अनिद्रा आदि से परेशान। धन की हानि। विदेश भ्रमण में सावधान रहें। अधिकारियों से सतर्क रहें।

मिथुन : महत्त्वपूर्ण पद प्राप्त होगा। धन का संग्रह करेंगे। शत्रुओं को पराजित करेंगे। रुके हुए कार्याें में सफलता। शुभ कार्यों में रुचि रहेगी।
कर्क : महत्त्वपूर्ण कार्य में सफलता। रिश्तेदार और प्रतिष्ठित लोग प्रसन्न रहेंगे। कार्यालय और व्यवसाय स्थल में अनुकूल वातावरण रहेगा।
सिंह : मेहनत ज्यादा होगी। बजट गड़बड़ाने से घर में तनाव रहेगा। महत्त्वपूर्ण कार्यों के पूरे होने में बाधा रहेगी। बीमारी की आशंका। 
तुला : व्यापार में सावधान रहें। सम्मान में कमी रहेगी। जीवनसाथी की उपेक्षा से मानसिक कष्ट रहेगा। थकान अनुभव करेंगे।
वृश्चिक : बीमारी ठीक होगी। अचानक धन मिलेगा। शुभ समाचारों से प्रसन्न होंगे। शत्रुओं को पराजित करेंगे। आदर-सम्मान में वृद्धि होगी।
धनु : अचानक संकट आ सकता है। प्रियजनों से बिछुड़ना पड़ सकता है। शुरू किए गए कार्यों में असफलता मिलेगी।
मकर : अनावश्यक भय रहेगा। बीमारी से परेशान रहेंगे। सुख में कमी। बुजुर्गों की सेहत का ध्यान रखें। मकान सम्बंधी कष्ट रहेगा।
कुंभ : बड़ा पद प्राप्त होगा। धन का संग्रह होगा। शत्रुओं को पराजित करेंगे। पुराने कार्यों में सफलता मिलेगी। शुभ समाचार मिलेगा।
मीन : फिजूल के कार्यों में धन का नाश। अनावश्यक जिद से हानि। ठगे जाने की आशंका रहेगी। अपमानित होने का भय रहेगा।
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