हर बार की तरह दीपावली और धनतेरस के ठीक पहले इस बार भी पुष्य नक्षत्र का सुंदर शुभ संयोग बन रहा है। इस बार शनिवार को शनि पुष्य योग बन रहे हैं। शनिवार और पुष्य नक्षत्र का संयोग काफी अच्छा माना जाता है।
पुष्य नक्षत्र सभी 27 नक्षत्रों बलवान होता है, यह नक्षत्र शुभ कार्यों के लिए सबसे उत्तम रहता है।
शनिवार को पुष्य नक्षत्र होने से जिन लोगों पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या है इन 5 उपायों को आजमा सकते हैं।
पुष्य योग में शनि मंदिर में जाकर शनि की प्रतिमा पर सरसों का तेल चढ़ाएं।
शनि पुष्य योग में पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं ऐसा करने पर शनि की बुरी छाया का असर शुभ में परिवर्तित होगा।
शनिवार पुष्य नक्षत्र में गरीबों को भोजन करवाएं और उन्हें कंबल,जूते-चप्पल, तेल और काले छाते का दान करें।
शनि पुष्य के शुभ योग में अपने पूजाघर में शनियंत्र की स्थापना करें ऐसा करने से शनि दोष दूर हो जाता है।
शनिवार को काले कपड़े में काले तिल का बांधकर गरीबों को दान करें इससे शनिदोष से संबंधी सारी परेशानियां दूर हो जाती है।