Hariyali Amaavasya 2024: हरियाली अमावस्स्या पर पुष्य नक्षत्र में लगा दिए 5 पौधे तो होंगे ये 5 चमत्कार
Hariyali Amaavasya 2024: हरियाली अमावस्स्या पर सिद्ध और पुष्य योग में लगाएं नीम, पीपल, इमली, कैथ और बेलपत्र, होगा बड़ा फायदा
Hariyali amavasya 2024 : इस बार 4 अगस्त 2024 रविवार के दिन सावन माह की हरियाली अमावस्या रहेगी। इस बार इस अमावस्या पर सूर्योदय से लेकर दोपहर 01 बजकर 26 मिनट तक पुष्य नक्षत्र का योग रहेगा। इसी के साथ सुबह 10:38 तक सिद्ध योग भी रहेगा। पुष्य नक्षत्र में पौधे लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है। आओ जानते हैं कि कौनसे 5 पौधे लगाने से होंगे 5 बड़े फायदे।
1. नीम : नीम का पौधा लगाना बहुत ही शुभ है। इससे मंगल के सभी दोष दूर हो जाते हैं। जीवन में मंगल ही मंगल होता रहता है। इस पौधे को घर की दक्षिण दिशा में लगाने से यम से रक्षा होती है।
2. पीपल : कहीं पर भी पीपल का पौधा लगाएं। इससे बृहस्पति का दोष दूर होकर सभी तरह के संकट मिट जाता हैं और जातक लंबी आयु प्राप्त करता है।
3. इमली : इसका मौधा लगाना भी बहुत शुभ माना गया है। इमली के कई औषधीय गुण होते हैं। जैसे इसका उपयोग घाव भरने, सूजन, बुखार, नेत्र से जुड़ी बीमारी, मलेरिया, कब्ज, पेट से जुड़ी बीमारियों, पेचिश और कृमि, मधुमेह, गठिया आदि में होता है। इस पौधे को घर से दूर कहीं पर भी लगाएं।
4. कैथ : पौष्टिकता के साथ-साथ कैथ औषधीय दृष्टि से भी बहुत फायदेमंद होता है।
5. बेल : बेल यानी बिल्व पत्र का पेड़ बहुत ही शुभ माना जाता है। माना जाता है कि यदि आपने बिल्वपत्र के पेड़ को घर के आसपास लगा लिया तो आपको कई तरह के फायदे होंगे। बिल्वपत्र के वृक्ष को श्रीवृक्ष के नाम से भी जाना जाता है। इसके घर के पास होने से धन-समृद्धि के योग बनते हैं।
इसके अलावा, केला, आंवला, कदंब, नींबू, तुलसी, बरगद और आम का वृक्ष भी लगा सकते हैं जिसके कई फायदे हैं। अत: श्रावणी या हरियाली अमावस्या के दिन उपरोक्त पौधारोपण करके उनकी नियमित देखभाल करने से हर दिशा से अपार धन प्राप्ति कर सकते हैं।
ज्योतिष के अनुसार जिन नक्षत्रों में पौधारोपण करना शुभ होता है वे इस प्रकार हैं:-
रेवती, रोहिणी, मृगशिरा, उत्तराषाढा, उत्तरा भाद्रपदा, अनुराधा, पुष्य, चित्रा, उत्तरा फाल्गुनी, श्रवण, हस्त, विशाखा, मूल और अश्विनी। अत: इस दिन इनका पौधारोपण या वृक्षारोपण करना अतिशुभ माना गया है।
- पीपल, नीम, बेल, नागकेशर, गु़ड़हल और अश्वगंधा (संतान प्राप्ति)
- ब्राह्मी, पलाश, अर्जुन, आंवला, सूरजमुखी, तुलसी (आरोग्य)
- अशोक, अर्जुन, नारियल और वट वृक्ष (ऐश्वर्य और सौभाग्य)
- आंकड़ा, शंखपुष्पी, पलाश, ब्राह्मी और तुलसी (बुद्धि)
- नीम, कदंब और घने छायादार वृक्ष (सुख प्राप्ति)
- हरसिंगार/ पारिजात, रातरानी, मोगरा, गुलाब (आनंद)
- तुलसी, आंवला, केला, बेल का वृक्ष (लक्ष्मी प्राप्ति के लिए)।