Guru pushya nakshatra 2023 : पुष्य नक्षत्र का शुभ योग हर महीने में बनता है। पुष्य नक्षत्र स्थायी होता है अत: इस नक्षत्र में खरीदी की गई कोई भी वस्तु लंबे समय तक उपयोगी रहती है तथा शुभ फल प्रदान करती है। शनिवार को पड़ने वाले शनि पुष्य, रविवार के दिन होने वाले नक्षत्र को रवि पुष्य, गुरुवार के दिन आने वाले पुष्य नक्षत्र को गुरु पुष्य कहते हैं।
क्या खरीदें : पुष्य नक्षत्र पर बृहस्पति (गुरु), शनि और चंद्र का प्रभाव होता है इसलिए सोना, चांदी, लोहा, बही खाता, परिधान, उपयोगी वस्तुएं खरीदना और बड़े निवेश करना इस नक्षत्र में अत्यंत शुभ माने जाते हैं। इस नक्षत्र के देवता बृहस्पति हैं जिसका कारक सोना है। स्वामी शनि है अत: लोहा और चंद्र का प्रभाव रहता है इसलिए चांदी खरीदते हैं। स्वर्ण, लोहा या वाहन आदि और चांदी की वस्तुएं खरीदी जा सकती है। गुरु पुष्य नक्षत्र के संयोग में भूमि की रजिस्ट्री करने, नए कामों की शुरुआत करने और वाहन खरीदने का अच्छा योग है।
क्या है संयोग : इस बार अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 27 अप्रैल 2023 को प्रात: 6:55 से अगले दिन प्रात: 06:27 तक गुरु पुष्य का योग बनेगा। इसी दिन वरियान योग के साथ ही सर्वार्थसिद्धि और अमृतसिद्धि योग भी रहेगा। इसी के साथ ही शुभकर्तरी, वरिष्ठ, भास्कर, उभयचरी, हर्ष, सरल और विमल नाम के राजयोग भी बनेंगे।
अभिजित मुहूर्त : दोपहर 12:11 से 01:02 बजे तक।
विजय मुहूर्त : दोपहर 02:44 से 03:35 बजे तक।