दिसंबर माह के प्रथम सप्ताह में पूर्वोत्तर के देशों में शांति व सुख रहेगा। दक्षिण के देशों में अशांति रहेगी। पश्चिम के देशों में महिलाओं व बच्चों पर कष्ट रहेगा। आविष्कार में उन्नति होगी। किसी बड़े नेता पर कष्ट आएगा। भारत में राजनीति में उलटफेर रहेगा। सरकार को शासन करने में विपक्ष का अधिक सामना करना पड़ेगा। विश्व में आतंकवाद तो दिख रहे हैं, पर इस पर प्रतिबंध जैसी कार्रवाई होगी।
दिसंबर के मध्य माह में प्रजा सुखी रहेगी। जनहित में विश्व में कार्य होंगे। पाकिस्तान में आर्थिक स्थिति ज्यादा कमजोर रहेगी। दिसंबर के अंतिम सप्ताह में भारत को व्यापार में विश्व में वृद्धि मिलेगी। अमेरिका, पाकिस्तान, ईरान, इराक, कुवैत, अफगानिस्तान और श्रीलंका में आर्थिक परेशानी रहेगी। चीन, रूस, इंडोनेशिया, उत्तर कोरिया व अंडमान द्वीप में आर्थिक स्थिति मध्यम रहेगी। विज्ञान के क्षेत्र में उन्नति होगी। दुबई व उत्तर कोरिया आर्थिक स्थिति में मजबूत होगी।
सोने, तांबा, पीतल व कांसे के भाव में तेजी रहेगी। चांदी, एल्युमीनियम, लोहा व स्टील के भावों में उतार-चढ़ाव रहेगा। तुवर दाल, मूंग, मसूर व गेहूं के भावों में तेजी रहेगी। चना, मूंगफली, लौंग व इलायची के भावों में उतार-चढ़ाव रहेगा। दिसंबर के अंतिम सप्ताह में पूर्व के देशों में सुख रहेगा। उत्तर के देशों में अशांति रहेगी। पश्चिम के देशों में बालकों पर कष्ट रहेगा। दक्षिण के देशों में आंतरिक झगड़े रहेंगे।
इस माह की कुंडली को मानसून की दृष्टि से देखें, तो दिसंबर के द्वितीय सप्ताह तक सुबह-शाम तापमान में कमी रहेगी, दोपहर में अधिक रहेगा व द्वितीय सप्ताह बाद शीतलहर में वृद्धि होगी। पहाड़ी इलाकों में शीतलहर अत्यधिक रहेगी। मैदानी इलाकों में सुबह-शाम कम रहेगी।
पंजाब, मध्यप्रदेश, बिहार, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश व महाराष्ट्र में ठंड का प्रकोप अधिक रहेगा। छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक, मद्रास, बेंगलुरु व गुजरात में शीतलहर सुबह व रात में रहेगी।