Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

अगस्त 2017 के शुभ-अशुभ योग, जानिए...

आचार्य डॉ. संजय
* अगस्त माह के कार्य-सिद्धि योग जानिए

प्रतिमाह आने वाले कई योग सकारात्मक ऊर्जा से सम्पन्न होते हैं। इसी कारण किसी भी नए कार्य को शुरू करने से पहले उस माह के कार्य-सिद्धि योग, शुभ योग-संयोग को देख-परख लेना श्रेष्ठ होता हैं। अगर आपको किसी भी माह में नया कार्य आरंभ करना हो तो शुभ योग-संयोग देखकर किया जाए तो सफलता निश्चित रूप से मिलती है। यहां पाठकों के लिए प्रस्तुत हैं अगस्त माह (2017) के शुभ-अशुभ योग। आइए जानें :- 

कार्य-सिद्धि योग - 

02 अगस्त को प्रात: 05/28 से दोपहर 03/16 तक
 
06 अगस्त को प्रात: 05/30 से देर रात्रि 01/46 तक
 
07 अगस्त को प्रात: 05/31 से देर रात्रि 03/33 तक
 
13 अगस्त को प्रात: 05/50 से देर रात्रि 05/04 तक
 
15 अगस्त को प्रात: 05/34 से देर रात्रि 02/31 तक
 
16 अगस्त को समस्त
 
18 अगस्त को रात्रि 09/04 को देर रात्रि 05/36 तक
 
20 अगस्त को प्रात: 05/36 को सायं 05/22 तक
 
26 अगस्त को दोपहर 03/51 से देर रात्रि 05/39 तक
 
28 अगस्त को रात्रि 08/10 से देर रात्रि 05/40 तक
 
अमृत सिद्धि योग - 
 
02 अगस्त को प्रात: 05/28 से दोपहर 03/16 तक
सर्वदोषनाशक रवि योग - 
 
01 अगस्त को दोपहर 12.21 तक।
 
02 अगस्त को प्रात: 07.54 से दोपहर 03.16 तक।
 
05 अगस्त को रात्रि 11.35 से। 06 अगस्त को देर रात्रि 1.46 तक।
 
13 अगस्त को प्रात: 05.50 से देर रात्रि 05.04 तक।
 
24 अगस्त को दोपहर 02.01 से। 25 अगस्त को दोपहर 02.36 तक।
 
26 अगस्त को दोपहर 03.51 से। 27 अगस्त को सायं 05.45 तक।
 
29 अगस्त को रात्रि 10.57 से। 30 अगस्त को दोपहर 02.18 तक।
 
30 अगस्त को देर रात्रि 01.53 से। 31 अगस्त को देर रात्रि 4.47 तक।
 
द्विपुष्कर (दो गुना फल) योग - 
 
08 अगस्त को रात्रि 12/26 से देर रात्रि 04/53 तक
 
त्रिपुष्कर (तीन गुना फल) योग- 
 
19 अगस्त को प्रात: 05/36 से प्रात: 07/18 तक
 
27 अगस्त को रात्रि 10/42 से देर रात्रि 05/39 तक
 
अशुभ ज्वालामुखी योग - 
 
14 अगस्त को देर रात्रि 03.57 से 15 अगस्त को सायं 05.40 तक
 
15 अगस्त को देर रात्रि 02.31 से 16 अगस्त को दोपहर 03.18 तक
रवि पुष्यामृत योग- 
 
20 अगस्त को प्रात: 05.36 से सायं 05.22 तक
 
विघ्नकारक भद्रा- 
 
02 अगस्त को देर रात्रि 03.26 से। 03 अगस्त को सायं 04.37 तक
 
06 अगस्त को रात्रि 10.29 से। 07 अगस्त को दोपहर 11.08 तक।
 
10 अगस्त को दोपहर 12.42 से रात्रि 12.33 तक।
 
13 अगस्त को रात्रि 09.32 से। 14 अगस्त को प्रात: 08.42 तक।
 
16 अगस्त को देर रात्रि 02.01 से। 17 अगस्त को दोपहर 12.44 तक।
 
19 अगस्त को देर रात्रि 04.38 से। 20 अगस्त को दोपहर 03.22 तक।
 
25 अगस्त को प्रात: 08.25 से रात्रि 08.32 तक।
 
28 अगस्त को रात्रि 12.37 से। 29 अगस्त को दोपहर 01.43 तक।
 
पंचक
 
08 अगस्त को सायं 04.16 से। 13 अगस्त को प्रात: 05.50 तक।

 

ज़रूर पढ़ें

इस धनतेरस अपनी राशि के अनुसार खरीदें ये वस्तुएं, लक्ष्मी माता की कृपा से हमेशा भरी रहेगी तिजोरी

गुरु पुष्य योग में क्यों की जाती है खरीदारी, जानें महत्व और खास बातें

दिवाली क्यों मनाई जाती है? जानें इतिहास, महत्व और कहानी

जानिए सोने में निवेश के क्या हैं फायदे, दिवाली पर अच्छे इन्वेस्टमेंट के साथ और भी हैं कारण

किसके लिए नया सप्ताह रहेगा लकी, पढ़ें 12 राशियों का साप्ताहिक राशिफल

सभी देखें

नवीनतम

25 अक्टूबर 2024 : आपका जन्मदिन

25 अक्टूबर 2024, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

Dhanteras Rashifal: धनतेरस पर बन रहे 5 दुर्लभ योग, इन राशियों को मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा

Rama ekadashi date time: रमा एकादशी कब है, क्या है इसका महत्व और कथा

Guru pushya nakshatra: पुष्य नक्षत्र इस बार 24 घंटे 44 मिनट तक का, कल भी कर सकते हैं खरीदारी

આગળનો લેખ
Show comments