Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

वर्ष 2024 में शनि और केतु मिलकर बनाएंगे षडाष्टक योग, चार राशियों के लिए शुभ

वर्ष 2024 में शनि और केतु मिलकर बनाएंगे षडाष्टक योग, चार राशियों के लिए शुभ
, मंगलवार, 26 दिसंबर 2023 (15:42 IST)
Year 2024 Astrology: शनि व केतु मिलकर 2024 में षडाष्टक योग का निर्माण कर रहे हैं। साल 2024 में केतु कन्या राशि में ही रहने वाले हैं। शनि कुंभ राशि में हैं और साल 2024 में वो पूरे साल इसी राशि में रहेंगे। साल 2024 में शनि और केतु की स्थिति षडाष्टक योग बनाएगी। इस योग के चलते चार राशियों की किस्मत खुलने वाली है। आओ जानते हैं कि कहीं आपकी राशि तो नहीं है इसमें शामिल।
 
वृषभ राशि: शनि-केतु की युति से बनने वाला षडाष्टक योग आपके लिए बहुत ही शुभ साबित होने वाला है। आप नौकरीपेशा हैं तो पदोन्नति होगी या वेतन में वृद्धि होगी। सहयोगी  आपका साथ देंगे। आप नौकरी की तलाश कर रहे हैं तो अच्छे अवसर प्राप्त हो सकते  हैं। इस दौरान आपको धन लाभ होगा। हालांकि खर्चों में बढ़ोतरी हो सकती है।
 
सिंह राशि: शनि-केतु की युति से बनने वाला षडाष्टक योग आपके लिए भी बहुत ही शुभ साबित होने वाला है। इस दौरान करियर और नौकरी में स्थायित्व आएगा। छात्रों को पढ़ाई में अच्छी सफलता मिलेगी। परिवार में खुशियां देखने को मिलेगी। सेहत के प्रति आपको सतर्क रहना होगा। अविवाहित हैं तो विवाह पक्का हो जाएगा। व्यापार में मुनाफा कमाने में कामयाब होंगे। धर्म कर्म के काम में रूचि बढ़ेंगी।
 
कन्या राशि : वर्ष 2024 में आपको कोई बड़ी कामयाबी हाथ लगाने की संभावना है। नौकरीपेशा हो तो पूरे चांस हैं पदोन्नति के या वेतनवृद्धि होगी। व्यापारी है तो धन लाभ होगा। समाज में आपका प्रसिद्धि और सम्मान भी बढ़ेगा। इस वर्ष आप कोई प्रॉपर्टी या वाहन खरीद सकते हैं। आपके भाग्य में  वृद्धि के कारण आपके अटके कार्य पूर्ण होंगे। रिश्तों में सुधार होगा।
 
तुला राशि : षडाष्टक योग शुभ प्रभाव आपको देखने को मिलेगा। आपके व्यापार में स्थाई वृद्धि होने की सम्भावना है। नौकरी में स्थानांतरण के योग है जो आपके लिए शुभ साबित होगा। संतान संबंधी सुखद समाचार मिलने से आप प्रसन्न होंगे। अविवाहित हैं तो विवाह के योग भी बन रहे हैं। विदेश जाने के मौके भी मिल सकते हैं। सेहत में सुधार होगा।

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

पौष माह कब से कब तक रहेगा, जानें इस माह का महत्व और खास व्रत त्योहार