वार्षिक भविष्यफल : कैसा होगा नया साल आपकी राशि के लिए
मेष राशि- इस वर्ष ग्रहों की अनुकूलता का लाभ मिलेगा। शिक्षा-करियर में एकाग्रता की कमी या उच्चाटन हो सकता है। प्रयास सफल रहेंगे। संपत्ति के कार्य में रखरखाव व आधुनिकीकरण कारोबार की आवश्यकताएं रहेंगी। व्यवसाय में फेरबदल होगा। मई के बाद उतार-चढ़ाव होंगे। मनोनुकूल लाभ होगा। नौकरी में तबादला-पदोन्नति इच्छित स्थान पर होगी। नए कार्य-उपक्रमों की शुरुआत होगी। विशेष कार्य होने से आमदनी बढ़ेगी। वरिष्ठ व्यक्तियों का सहयोग मिलेगा। वात-पित्तजन्य व्याधियां, रक्तविकार, डायबिटीज आदि व्याधि हो सकती है। घर में तनाव व मतभेद हो सकता है। संतान की उन्नति होगी। परिवार का कोई व्यवसाय अलग से शुरू होगा। घर में मांगलिक कार्य पर व्यय होगा। धार्मिक यात्रा, लोकोपचार के पुण्य कार्य होंगे।
उपाय- हनुमानजी की आराधना शुभ रहेगी।
वृषभ राशि- यह पर्व कारोबार की दृष्टि से प्रगतिकारक रहेगा। पिछले समय से रुके हुए कार्य इस वर्ष पूरे होंगे। प्रतिद्वंद्वी समझौता करेंगे। उद्योग के विस्तार, नवीनीकरण, आधुनिकीकरण के कार्य होंगे जिन पर व्यय होगा। साझेदारी में तनाव रहेगा। वरिष्ठ व्यक्ति की सहायता से परिस्थिति बदलेगी। रुका हुआ धन वापस आएगा। कुछ अपव्यय भी होगा जिसका लाभ नहीं मिलेगा। भूमि-भवन आदि की खरीदी हो सकती है। घर में छोटे-मोटे मांगलिक कार्य होंगे। संतान के स्वास्थ्य-शिक्षा आदि की चिंता रहेगी। शिक्षा व करियर में संघर्ष रहेगा। अंतरद्वंद्व व उच्चाटन से प्रभाव पड़ेगा। नौकरीपेशा अनुकूल स्थान प्राप्त करने में सफल रहेंगे। अनचाही घटना हो सकती है। गठिया, नेत्र पीड़ा, कमर के नीचे कोई तकलीफ या फ्रेक्चर हो सकता है। वात-पित्तजन्य बीमारी से बचें। गुप्त विद्या व तंत्र-मंत्र में रुचि रहेगी। धार्मिक यात्रा संभव है।
उपाय- शिवार्चन शुभ रहेगा।
मिथुन राशि- इस वर्ष चतुर्थ राहु के कारण काफी उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा। शिक्षा व करियर में मनचाही पढ़ाई तथा क्षेत्र प्राप्त करने के अवसर मिलेंगे। उच्चा शिक्षा के लिए बाहर किसी बड़े प्रतिष्ठान में जाने की इच्छा पूरी होगी। कारोबार में साझेदार से तनाव होगा। बाहर मदद से व्यवसाय की प्रगति होगी। नए उपक्रम लगाने में बाधा होगी। घर में धन-संपत्ति की खरीदी व स्थायी पूंजी में वृद्धि के योग हैं। रुकी हुई लेनदारी प्राप्त हो सकती है। सामंजस्य बैठाना पड़ेगा। नौकरीपेशा को पदोन्नति तथा स्थानांतरण मनमाफिक होने के योग हैं, कुछ परेशानी जाएगी। शरीर कष्ट में गर्दन, कंधे तथा मस्तिष्क संबंधी समस्या रह सकती है। खानपान का ध्यान रखें। धूल-धुएं से एलर्जी हो सकती है। अविवाहितों के लिए यह वर्ष शुभ रहेगा। प्रेम के मामलों में सावधानी रखें। घर में शांति रहेगी।
उपाय- श्री गणेशजी की आराधना कष्ट कर करेगी।
कर्क राशि- इस वर्ष भगवान बृहस्पति की कृपा बनी रहेगी तथा बौद्धिक स्तर सुधरेगा। कारोबार व्यवसाय में लाभ अर्जित कराएगा। शेयर मार्केट से भी फायदा होगा। कारोबार में राजकीय बाधा दूर होगी। नए उपक्रमों की योजना बनेगी। नौकरी में पदोन्नति तथा इच्छित तबादला होगा। व्यापारिक उपयोग की भूमि, भवन व दुकान आदि की खरीदी होगी। घर में मांगलिक कार्य होंगे। धन की पूर्ति करना पड़ेगी। स्त्री जातक को कष्ट हो सकता है। पुराने मतभेद दूर होकर एकता होगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। उच्च शिक्षा की बाधा दूर होगी। हड्डी का टूटना तथा एलर्जी इत्यादि की समस्या हो सकती है। थायराइड आदि से बचें।
उपाय- शिवजी का अर्चन-पूजन शुभ रहेगा। सुंदरकांड के पाठ से कष्ट कम होंगे।
सिंह राशि- इस वर्ष 8वें केतु, 12वें गुरु तथा शनि की अढैया से कारोबार-व्यवसाय में वृद्धि कराएंगे। नवीन उपक्रम चालू हो सकते हैं। राजनीतिक लाभ होगा। विशेष सम्मान मिलने के योग हैं। साझेदारी में सामंजस्य बैठाना पड़ेगा। तबादले में इच्छित कार्य के योग हैं। आर्थिक ढांचा मजबूत होगा। शेयर मार्केट से लाभ तथा कार्य में पदोन्नति होगी। शिक्षा व करियर के क्षेत्र में कुछ बाधा होगी, अंतत: सफलता मिलेगी। परिवार में तनाव रह सकता है। संतान की उन्नति होगी। प्रशासनिक जांच या कोई बड़ी बाधा आ सकती है, सावधानी रखें। चोट, मोच, फ्रेक्चर तथा संक्रामक रोग का सामना करना पड़ सकता है। धूल, धूप, धुएं तथा अनुचित खानपान से बचें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें।
उपाय- माता दुर्गा की उपासना या गणेश उपासना से कष्ट टलेंगे।
कन्या राशि- राशि में राहु, 3रे में शनि तथा 11वें गुरु लाभ के योग बना रहे हैं। किए गए कार्य अब लाभ देंगे। कारोबार को विस्तृत करने के अवसर मिलेंगे। कुछ बाधाएं आएंगी। किसी वरिष्ठ व्यक्ति के सहयोग से कष्ट दूर होंगे। राजनीतिक लाभ मिल सकता है। कुछ पुरानी संपत्ति बेचकर उपयोगी भवन-भूमि में तब्दील होंगे। घर में मतभेद बढ़ेंगे। परिवार की प्रतिष्ठा बढ़ेगी। शिक्षा व करियर में इच्छा पूर्ण होकर परीक्षादि में सफलता मिलेगी। घर में उपयोगी वाहनादि तथा ऐश्वर्य की वस्तुओं पर बड़ा खर्च होगा। स्थानांतरण होने के योग नहीं हैं, होगा तो इच्छित स्थान पर। पेट संबंधी रोग, डायबिटीज, गठिया आदि की आशंका है। खान-पान पर ध्यान दें। तामसिक भोजन न करें।
उपाय- मंत्रादि सिद्धि करें। महागणपति की उपासना कष्ट मिटाएगी।
तुला राशि- गुरु 10वें पश्चात 11वें, राहु 12वें तथा शनि की साढ़ेसाती विघ्न तो देंगे, लेकिन हानि नहीं पहुंचाएंगे। परिश्रम एवं लगन से किए गए कार्य, विशेषकर ईमानदारी से, लाभ देंगे। उच्चाधिकारी सहयोग करेंगे। कारोबार में सफलता मिलेगी। भूमि, भवन व मशीनरी आदि की उपयोगिता बढ़ाने के लिए काफी व्यय होगा। पैतृक संपत्ति मिल सकती है। रुका हुआ धन मिलेगा। नौकरी में पदोन्नति तथा तबादला इच्छित होगा। उच्च शिक्षा में सफलता मिलेगी। शिक्षा में संभावनाएं बढ़ेंगी। घर में मांगलिक कार्य होंगे। घर में कोई नया कार्य हो सकता है। कंधे, कमर आदि की जकड़न, लिवर, पथरी, डायबिटीज, अपच इत्यादि की परेशानी हो सकती है। खानपान पर ध्यान दें। साधारणतया स्वास्थ्य ठीक रहेगा।
उपाय- हनुमान चालीसा के पाठ तथा पीपल में नित्य जल तथा दीपक लगाना शुभ रहेगा।
वृश्चिक राशि- इस वर्ष साढ़े साती तथा मंगल का प्रभाव रहेगा। कारोबार लाभदायक रहेगा। व्यापारिक जवाबदारी बढ़ेगी। परिश्रम अधिक करना पड़ेगा। कोई साइड बिजनेस भी चालू हो सकता है। व्यापार का विस्तार करने में कठिनाई आएगी। राजनीतिक सफलता मिल सकती है। पदोन्नति आदि का लाभ नौकरीपेशा व्यक्ति उठाएंगे। छुट्टियां लंबी हो सकती हैं। शिक्षा व करियर के क्षेत्र में परिस्थितियां कठिन होंगी। धैर्य व परिश्रम की आवश्यकता रहेगी। घर में नवीनीकरण, मरम्मत तथा किसी रिश्तेदार आदि पर खर्च का भार बढ़ेगा। वात-पित्त रोग, फेफड़े संबंधी व्याधि, बाएं कान, नेत्र आदि में दर्द आदि की समस्या रह सकती है। धूल-धुएं तथा अनुचित खानपान से बचें। दिनचर्या व्यवस्थि त रखें।
उपाय- सुंदरकांड तथा हनुमान चालीसा के पाठ करें।
धनु राशि- यह वर्ष शनि की साढ़े साती, चौथे केतु तथा बृहस्पति का षडाष्टक योग होने से कई रुकावटों का सामना करना पड़ेगा, फिर भी लाभ होगा। साझेदार-मैनेजर आदि का कार्य भी संभालना पड़ सकता है। कारोबार में मांग और पूर्ति के बीच सामंजस्य नहीं बैठने से लाभ के अवसर हाथ से निकलेंगे। व्यय वृद्धि होगी। कार्यक्षेत्र में बदलाव इच्छा के विरुद्ध हो सकते हैं तथा तबादला आदि का प्रभाव लाभ कम करेगा। करियर व शिक्षा के क्षेत्र में सफलता मिलेगी। एकाग्रता की कमी हो सकती है। घर-परिवार में संतान की उन्नति होगी। परिवार में तनाव रहेगा। किसी दूसरे सदस्य का प्रभाव बढ़ेगा। मांगलिक कार्य होंगे। डायबिटीज, एलर्जी, पेट संबंधी विकार तथा स्त्रियों को स्त्री रोग की आशंका है।
उपाय- हनुमानजी तथा भगवान बृहस्पति की उपासना शुभ रहेगी।
मकर राशि- यह वर्ष 8वें गुरु के प्रभाव से समृद्धिकारक रहेगा। संचार माध्यम वाले कारोबार लाभ देंगे। उद्योग को बढ़ाने या लगाने के लिए सीमा से बाहर जाकर व्यय करना पड़ेगा। राजनीति में लाभ मिलेगा। इस वर्ष विदेश यात्रा हो सकती है। व्यवसाय फैलेगा। तबादला घर से दूर हो सकता है। घर में ऐश्वर्य की वस्तुओं पर व्यय होगा। पुराने झगड़े निबटेंगे। जायदाद खरीदी हो सकती है। संतान पक्ष की उन्नति होगी तथा मांगलिक कार्य होंगे। शिक्षा व करियर के क्षेत्र में कुछ बाधाओं के साथ सफलता मिलेगी। चोट-फ्रेक्चर आदि तथा उदर विकार, डायबिटीज इत्यादि की समस्या हो सकती है। ठंड से बचें।
उपाय- शिवार्चन तथा मछलियों को चुगाना कष्ट कम करेगा।
कुम्भ राशि- इस वर्ष दूसरे केतु तथा 8वें राहु के प्रभाव से कारोबार का विकास होगा। रुका हुआ धन प्राप्त हो सकता है। आधुनिकीकरण पर व्यय होगा जिससे लाभ होगा। नए उपक्रमों में बाधा होगी। साझेदारों से सहयोग मिलेगा। पुरानी देनदारियां निपटने से अन्य क्षेत्रों में सफलता मिलेगी। तबादला अनचाहा होगा। कार्य परिर्वतन हो सकता है। घर के किसी सदस्य के स्वास्थ्य पर व्यय होगा। संतान की उन्नति होगी। घर में मांगलिक कार्य होंगे। करियर व शिक्षा के क्षेत्र में दूसरों से आगे निकलने के योग हैं। उच्च शिक्षा के लिए विदेश यात्रा हो सकती है। चोट, फ्रेक्चर, उदर विकार से कष्ट हो सकता है। खानपान का ध्यान रखें।
उपाय- शनिवार का व्रत तथा हनुमानार्चन शुभ रहेगा। शनि को दान करें।
मीन राशि- स्वरशि का केतु आपकी सफलता हर क्षेत्र में कराएगा। इच्छित कार्य होंगे। कारोबार का विस्तार होगा। साझेदारी सफल रहेगी। राजनीति में बड़ी उपलब्धि हो सकती है। व्यापार में विशेषज्ञ की सहायता से कार्य करें, लाभ होगा। घर में भवन-भूमि की खरीदी होगी। अनजान व्यक्ति पर विश्वास न करें। नौकरी में पदोन्नति तथा इच्छित स्थान पर तबादले के योग हैं। शिक्षा व करियर के क्षेत्र में उच्च सफलता मिलेगा। पेट व मूत्र संबंधी फेफड़े में संक्रामकता, हृदय आदि की समस्या हो सकती है। कार्य के उत्साह में स्वास्थ्य को अनदेखा न करें। घर में वृद्ध व्यक्तियों का स्वास्थ्य भी चिंता दे सकता है।
उपाय- शनिवार का व्रत तथा हनुमानार्चन शुभ रहेगा। शनि को दान करें।