नई दिल्ली। केंद्रीय सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम राज्यमंत्री गिरिराज सिंह ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारत के मुसलमान प्रभु राम के वंशज हैं। वे मुगलों के वंशज नहीं हैं। इसलिए वे राम मंदिर का विरोध न करें और जो राम मंदिर का विरोध कर रहे हैं, वे भी समर्थन में आ जाएं, वरना उनसे हिन्दू नाराज हो जाएंगे। मुस्लिमों से नफरत करने लगेंगे और अगर 'ये नफरत ज्वाला में बदल गई तो मुस्लिम सोचें फिर क्या होगा।'
'सबका साथ, सबका विकास' की रट लगाने वाले मंत्री ने कहा कि राम मंदिर जरूर बनना चाहिए। यह मुद्दा कैंसर की दूसरी स्टेज की तरह है। राम मंदिर नहीं बना तो यह लाइलाज हो जाएगा। गिरिराज सिंह जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के बैनर तले आयोजित जनसंख्या कानून रैली को संबोधित करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि जहां हिन्दुओं की आबादी कम है, वहां उनकी आवाज बंद हो जाती है।
गिरिराज सिंह ने कहा कि अल्पसंख्यक की परिभाषा बदलनी चाहिए। जहां 4 प्रतिशत हैं वहां भी अल्पसंख्यक और जहां 90-95 प्रतिशत हैं वहां भी अल्पसंख्यक, यह गलत है। उन्होंने कहा कि जो जनसंख्या कानून न माने उसका मताधिकार छीन लेने, कानूनी व आर्थिक कार्रवाई जैसे प्रावधान किए जाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश में किसी फिल्मकार की हिम्मत नहीं कि इस्लाम पर टिप्पणी करे, लेकिन हिन्दू धर्म का रोज मखौल उड़ाते हैं। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि हर मोर्चे पर वोट के सौदागर खड़े हैं, इसलिए जिस दिन जनभागिता होगी, उस दिन राम मंदिर भी बनेगा और जनसंख्या पर कानून भी।