Big Breaking : भारत में Corona virus से मौत की पहली पुष्टि, सऊदी अरब से लौटा था पीड़ित
, गुरुवार, 12 मार्च 2020 (23:57 IST)
नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण से पहली मौत कर्नाटक में कलबुर्गी के रहने वाले 76 वर्षीय मोहम्मद हुसैन सिद्दीकी नामक बुजुर्ग की हुई है, जो सऊदी अरब से लौटे थे। इस मरीज के पहले से वायरस से संक्रमित होने का संदेह था। देश में फिलहाल 74 लोग इस वायरस से संक्रमित हैं और इसके प्रसार को रोकने के लिए दिल्ली सहित कुछ अन्य जगहों पर स्कूल, कॉलेज तथा सिनेमाघर बंद करने के आपात उपाय किए गए हैं।
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री बी. श्रीरामुलु ने बताया कि हाल ही में सऊदी अरब से लौटे मोहम्मद हुसैन के नमूनों की जांच में उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। उन्होंने ट्वीट किया है कि इस बुजुर्ग के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने, उन्हें पृथक रखने और प्रोटोकॉल में शामिल अन्य कदम उठाए जा रहे हैं।
राज्य के संयुक्त निदेशक (संक्रामक रोग) बीजी प्रकाश कुमार ने कहा है कि शव को पूरी तरह संक्रमण रहित कर भारत सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार अंतिम संस्कार कर दिया गया है। मोहम्मद हुसैन सिद्दीकी की सरकारी अस्पताल में मौत हुई। पीड़ित के नमूने जांच के लिए बेंगलुरु की एक प्रयोगशाला में भेजे गए थे।
मोहम्मद हुसैन सऊदी अरब से 29 फरवरी को धार्मिक यात्रा कर भारत लौटे थे। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, वे इलाज के लिए तेलंगाना में एक अस्पताल में भी गए थे, इस कारण कर्नाटक सरकार ने तेलंगाना सरकार को भी इसकी सूचना दे दी है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि देश में कुल 14 नए मामलों की पुष्टि हुई है जिनमें से 9 महाराष्ट्र में हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय के मुताबिक सरकार ने देश में कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रसार होने के मद्देनजर केंद्रीय हेल्पलाइन नंबर 011-23978046 शुरू किया है। इसके अलावा 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भी हेल्पलाइन नंबर शुरू किए गए हैं।
केन्द्र और राज्यों की सरकारें कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए कमर कस रही हैं। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं, सरकार स्थिति पर नजर रखे हुए है। इस वायरस के संक्रमण से अभी तक दुनिया भर में कम से कम 4,600 लोगों की मौत हुई है और करीब 1,25,293 लोगों में इसके संक्रमण की पुष्टि हुई है।
उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में कोई केंद्रीय मंत्री विदेश की यात्रा नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, ‘मैं देशवासियों से भी गैर-जरूरी यात्राएं नहीं करने की अपील करता हूं।’ उन्होंने कहा कि हम बड़ी संख्या में एकत्र ना होकर इसे फैलने से रोक सकते हैं और सबकी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।
राजनयिक और कामकाजी वीजा सहित कुछ चुनिंदा वीजा के अलावा अन्य सभी श्रेणियों के वीजा 15 अप्रैल तक निलंबित किए जाने के बाद सरकार ने कहा है कि वह ईरान में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए अगले तीन दिन में वहां तीन विशेष विमान भेजेगी। गौरतलब है कि चीन और इटली के बाद ईरान कोरोना वायरस संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित है।
वहीं सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एअर इंडिया ने कुवैत के लिए अपनी सभी उड़ानें रद्द कर दी हैं और फ्रांस, स्पेन तथा इटली के लिए अपनी उड़ानें घटा दी हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोरोना वायरस को महामारी घोषित किए जाने के बीच भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महामारी एवं संचारी रोग-I (ईसीडी-I) प्रभाग के प्रमुख रमन आर गंगाखेड़कर ने कहा कि इस वायरस को अलग करना मुश्किल है, इसके बावजूद पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) के वैज्ञानिक लगभग 11 आइसोलेट्स खोजने में सफल रहे हैं, लेकिन टीके को विकसित करने में कम से कम डेढ़ से दो साल लगेंगे।
कोरोना वायरस से संक्रमित 74 लोगों में 17 विदेशी नागरिक हैं। इनमें 16 इतालवी हैं और कनाडा का एक नागरिक है। इन आंकड़ों में केरल के वे तीन मरीज भी शामिल हैं, जिन्हें स्वस्थ होने के बाद पिछले महीने अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी।
मंत्रालय ने राज्यवार आंकड़े बताते हुए कहा कि दिल्ली में गुरुवार तक कोरोना वायरस के छह मामले सामने आ चुके हैं, जबकि उत्तर प्रदेश में 10 लोग इससे संक्रमित पाए गए हैं। कर्नाटक में चार, महाराष्ट्र में 11 और लद्दाख में तीन मामले सामने आए हैं।
मंत्रालय ने कहा कि राजस्थान, तेलंगाना, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर, पंजाब और आंध्र प्रदेश में एक-एक मामला सामने आया है। केरल में अब तक कोरोना वायरस के 17 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें वे तीन लोग भी शामिल हैं जिन्हें पिछले महीने इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई थी।
मंत्रालय के संयक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि संक्रमित लोगों के संपर्क में आए 1,500 लोगों को कड़ी निगरानी में रखा गया है जबकि देशभर में 30,000 से अधिक लोग सामुदायिक निगरानी में हैं।
इस बीच, दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर इसे महामारी घोषित करते हुए राष्ट्रीय राजधानी में स्कूलों, कॉलेजों और सिनेमाघरों को एहतियाती तौर पर 31 मार्च तक बंद रखने की गुरुवार को घोषणा की। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपराज्यपाल अनिल बैजल और शीर्ष सरकारी अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक के बाद यह फैसला किया गया।
केजरीवाल ने कहा कि सरकार द्वारा सरकारी, निजी कार्यालयों, मॉल सहित सभी सार्वजनिक स्थानों को संक्रमण मुक्त बनाना अनिवार्य कर दिया गया है। उत्तराखंड और मणिपुर की सरकारों ने भी 31 मार्च तक स्कूल बंद रखने की घोषणा की है। छत्तीसगढ़ में स्कूल, कॉलेज को भी 31 मार्च तक बंद रखने का फैसला लिया गया है।
रक्षा मंत्रालय ने कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को पृथक रखने के लिए सात और केंद्रों की स्थापना की है और इनमें खासतौर पर कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से आ रहे भारतीयों को रखा जाएगा।
अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि ए केंद्र जैसलमेर, सूरतगढ़, झांसी, जोधपुर, देवलाली (नासिक, महाराष्ट्र), कोलकाता और चेन्नई में स्थापित किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना पहले ही हरियाणा के मानेसर में पृथक केंद्र का संचालन कर रही है जबकि भारतीय वायुसेना द्वारा गाजियाबाद के हिंडन में पृथक केंद्र स्थापित किया गया है।
अग्रवाल ने बताया कि उसका ध्यान इसकी रोकथाम और नियंत्रण पर है और देशभर में कोविड-19 की जांच की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध है। अग्रवाल ने कहा, ‘भारत में वर्तमान में लगभग एक लाख जांच किट हैं। और अधिक जांच किट मंगवाने के लिए ऑर्डर दिया गया है और उनकी खरीददारी की जा रही हैं।’
विदेशों से अपने नागरिकों को निकालने के लिए किए गए उपायों के बारे में, अग्रवाल ने कहा कि अब तक भारत ने 948 लोगों को कोरोना वायरस प्रभावित देशों से निकाला है। इनमें से 900 भारतीय हैं और 48 मालदीव, म्यामां, बांग्लादेश, चीन, अमेरिका, मेडागास्कर, श्रीलंका, नेपाल, दक्षिण अफ्रीका और पेरू के नागरिक हैं।
अग्रवाल ने बताया कि भारत सरकार ने नमूनों की जांच करने के लिए 52 प्रयोगशालाएं बनाई हैं जबकि 57 प्रयोशालाएं कोरोना वायरस संक्रमितों के नमूने एकत्र करने के लिए बनायी गयी हैं ताकि इलाज और संक्रमितों की पहचान करने की क्षमता में वृद्धि हो। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि भारत में 30 हवाई अड्डों पर अब तक 11 लाख से अधिक लोगों की जांच की जा चुकी है।
जब उनसे पूछ गया कि क्या उच्च तापमान से कोरोना वायरस खत्म हो सकता है, तो इस पर अधिकारियों ने कहा कि यद्यपि फ्लू गर्मियों में सामान्य चीज नहीं है, लेकिन इसको लेकर कोई अध्ययन या सबूत नहीं है कि उच्च तापमान कोरोना वायरस को खत्म करने में मददगार हो सकता है।
इस बीच, विदेश मंत्रालय ने इस साल इंडियन प्रीमयर लीग (आईपीएल) का आयोजन नहीं करने की सलाह दी है लेकिन इस संबंध में अंतिम फैसला आयोजकों पर छोड़ दिया गया है। यह बात विदेश मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव दम्मू रवि ने कही जिन्हें कोरोना वायरस प्रकोप से निबटने के प्रयासों में समन्वय के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
संशोधित यात्रा परामर्श के अनुसार भारत ने कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार रोकने के उद्देश्य से 15 अप्रैल तक सभी वीजा निलंबित कर दिए हैं। ओसीआई कार्डधारकों को प्राप्त वीजा मुक्त यात्रा की सुविधा भी 15 अप्रैल तक के लिए रोक दी गई है।
परामर्श में कहा गया है कि यदि कोई विदेशी नागरिक आपात स्थिति में भारत की यात्रा करना चाहता है तो वह अपने देश में स्थित भारतीय मिशन से संपर्क कर सकता है। इस बीच, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने गुरुवार शाम को कहा कि कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर जनसभा की कोई अनुमति नहीं दी जाएगी।
આગળનો લેખ