Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

अपने पैसे से फर्जी टीकाकरण शिविर लगाने वाले शख्स देबांजन की कहानी

Webdunia
सोमवार, 28 जून 2021 (09:18 IST)
कोलकाता। फर्जी आईएएस अधिकारी देबांजन देब नीली बत्ती लगी कार में शान से चलता था और सफलता की बुलंदियों पर था। सोशल मीडिया पोस्ट में उसकी कई कार्यक्रमों में शहर की नामी-गिरामी शख्सियतों के साथ तस्वीरें दिखती हैं। इस साल के शुरुआत में उत्तरी कोलकाता के एक पुस्तकालय में जब रवींद्रनाथ टैगोर की आवक्ष प्रतिमा का उद्घाटन हुआ तब प्रतिमा के नीचे गणमान्य लोगों की सूची में देब का नाम भी शामिल था जिसमें उसके नाम के साथ पश्चिम बंगाल सरकार में संयुक्त सचिव पद का जिक्र था। शहर के टाकी हाउस स्कूल के अपने सहपाठियों के लिए वह पिछली सीट पर बैठने वाला छात्र था।

ALSO READ: राहतभरी खबर, देश में 81 दिनों बाद कोरोनावायरस से सबसे कम मौतें
 
हालांकि जब टेलीविजन चैनलों पर देब के जालसाज होने की खबरें आईं तो उसके पड़ोसी और दोस्त हैरान रह गए। देब खुद को आईएएस अधिकारी और कोलकाता नगर निगम में शीर्ष अधिकारी बताकर लोगों को ठगता था। उसने एक फर्जी टीकाकरण शिविर का आयोजन किया था। हालांकि जिन सेलिब्रिटी और नेताओं के साथ देब की तस्वीरें सोशल मीडिया पर हैं, वे आज उससे कन्नी काटते नजर आ रहे हैं।
 
सियालदह में टाकी हाउस में देब के एक सहपाठी ने नाम नहीं जाहिर करते हुए बताया कि हम लोग देबांजन को 'देबु' कहा करते थे। वह बहुत मध्यम दर्जे का छात्र था। एक दब्बू लड़का, जो कभी शरारत नहीं करता था। जब हमने सुना कि वह जीवन में आगे बढ़ गया है तो हमें खुशी हुई और गर्व महसूस हुआ। लेकिन ये कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था कि वह वास्तव में एक जालसाज निकलेगा। उसके पिता मनोरंजन देब राज्य आबकारी विभाग के सेवानिवृत्त उप समाहर्ता हैं, जो इस सदमे से बिस्तर पकड़ चुके हैं और किसी से भी मिलने से इनकार कर रहे हैं। वहीं, पड़ोसियों ने भी परिवार का बहिष्कार कर दिया है।
 
देब ने चारुचंद्र कॉलेज से प्राणिविज्ञान में स्नातक किया है और उसने कलकत्ता विश्वविद्यालय में जेनेटिक्स में मास्टर डिग्री के लिए दाखिला लिया था जिसे वह कभी पूरा नहीं कर पाया। 2014 में जब देब प्रशासनिक सेवा परीक्षा में शामिल हुआ, तब से चीजें बदलने लगीं। 28 वर्षीय देबांजन के खिलाफ मामले की जांच कर रहे एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि देबांजन कभी प्रशासनिक सेवा परीक्षा पास नहीं कर पाया लेकिन उसने अपने माता पिता को बताया कि वह परीक्षा में सफल रहा है और उसे प्रशिक्षु के तौर पर बाहर जाना होगा।

ALSO READ: कोरोना काल में आई चौंकाने वाली रिसर्च, मानव आंत में 54 हजार से अधिक वायरस के बारे में पता चला
 
प्रशिक्षण के लिए मसूरी जाने के बजाय देब ने एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के साथ काम किया और उस दौरान वह कुछ गानों के एलबम में नजर आया। 2017 में वह वापस आया और अपने माता पिता से कहा कि उसका प्रशिक्षण पूरा हो गया है और उसे राज्य सचिवालय में नियुक्ति मिली है। पिछले साल महामारी की शुरुआत के बाद उसने सैनेटाइजर, मास्क, पीपीई किट, दस्ताने खरीदने शुरू किए और अपना कारोबार चलाने के लिए तलताला में एक कमरा किराए पर लिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस काम में उसे अच्छा मुनाफा हुआ और इसी क्रम में उसने कई पुलिस थानों के अधिकारियों, नेताओं और अन्य प्रभावी लोगों से मुलाकात करना शुरू किया।

 
 
वह नेताओं, बड़े अधिकारियों को बताता था कि वह एक सामाजिक कार्यकर्ता है। उसने खुद की पहचान एक सरकारी अधिकारी के तौर पर स्थापित करने में लंबा रास्ता तय किया। यहां तक कि कोलकाता नगर निगम के अकाउंट से मिलते जुलते फर्जी ईमेल अकाउंट बनाए। ऐसे ही मामलों पर अध्ययन कर रहे मनोविज्ञानी देबाशीष चक्रवर्ती ने पीटीआई से कहा कि लोग जब आपको सम्मान और तवज्जो देते हैं तो उससे एक किस्म की आत्मिक संतुष्टि मिलती है, चाहे यह गलत करने से ही क्यों न मिले। देबांजन के मामले में भी ऐसा ही प्रतीत होता है।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

UP : संभल में कैसे भड़की हिंसा, 3 लोगों की मौत का कौन जिम्मेदार, औवेसी का भी आया बयान, क्या बोले पुलिस अधिकारी

दैत्यों के साथ जो होता है, वही हुआ, महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों पर बोलीं कंगना रनौत

मराठवाड़ा में महायुति की 46 में से 40 सीटें, क्या फेल हो गया मनोज जरांगे फैक्टर

संभल मामले में अखिलेश यादव का बड़ा बयान, हिंसा के लिए इन्‍हें ठहराया जिम्मेदार

बावनकुले ने बताया, कौन होगा महाराष्‍ट्र का अगला मुख्‍यमंत्री?

सभी देखें

नवीनतम

महाराष्ट्र में कौन बनेगा मुख्यमंत्री, सस्पेंस बरकरार, क्या BJP फिर लेगी कोई चौंकाने वाला फैसला

संभल हिंसा पर कांग्रेस का बयान, बताया BJP-RSS और योगी आदित्यनाथ की साजिश

Delhi Pollution : दिल्ली में प्रदूषण घटा, 412 से 318 पर पहुंचा AQI

UP : संभल में कैसे भड़की हिंसा, 3 लोगों की मौत का कौन जिम्मेदार, औवेसी का भी आया बयान, क्या बोले पुलिस अधिकारी

Maharashtra Assembly Election Results 2024 : महाराष्ट्र में हार शरद पवार ने तोड़ी चुप्पी, EVM को लेकर दिया बयान

આગળનો લેખ
Show comments