केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू और कश्मीर के कठुआ में शहीदी दिवस के मौके पर पाकिस्तान को जमकर खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि भले ही पाकिस्तान ने चार-चार बार हिंदुस्तान पर हमला किया हो लेकिन हर बार भारत के जवानों ने उनके दांत खट्टे कर दिए हैं।
उन्होंने पाकिस्तान पर भारत को धार्मिक आधार पर बांटने के लिए 'षड्यंत्र' रचने का आरोप लगाया और कहा कि पाकिस्तान भारत को तोड़ने में सफल नहीं होगा। इतना ही नहीं राजनाथ ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि अभी तो पाकिस्तान के दो टुकड़े हुए हैं अगर वो (पाकिस्तान) अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो शायद उसके 10 टुकड़े हो जाएं।
राजनाध ने कहा कि हमें 1947 में धार्मिक आधार पर बांटा गया था। हम उसे भूल नहीं पाए हैं। सभी भारतीय भाई हैं, चाहे वे हिंदू मां की कोख से पैदा हुए हों या मुस्लिम मां की कोख से. उन्होंने कहा कि भारत के अलावा विश्व में कहीं भी इस्लाम के 72 फिरके शांतिपूर्ण तरीके से साथ नहीं रहते।
उन्होंने कहा कि देश के गृहमंत्री के तौर पर वह यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि भारत सभी को साथ लेकर और विकास के मार्ग पर आगे बढ़ने को लेकर प्रतिबद्ध है. उन्होंने पाकिस्तान को उसकी धरती से आतंकवाद की बुराई के खात्मे के लिए भारत के सहयोग की पेशकश की।
गृहमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान अगर आतंकवाद के खात्मे को लेकर गंभीर है, लेकिन वह यह करने में असमर्थ है तो हम वहां से आतंकवाद का खात्मा के वास्ते मदद को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान के साथ शांति के साथ रहना चाहते हैं लेकिन वह भारत के खिलाफ एक छद्म युद्ध को प्रायोजित करने में लिप्त हुआ है। सिंह ने कहा कि भारत के प्रत्येक प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के साथ संबंध सुधारना चाहा लेकिन उसने शांति की भाषा नहीं समझी और भारत पर चार बार हमला किया। हालांकि हमारे बहादुर सैनिकों ने उन्हें करारा जवाब दिया।
अपने संबोधन में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व प्रधानंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करते हुए कहा कि कारगील की लड़ाई के बाद भी अटल जी ने पाक की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया था। लेकिन पाक ने उसके बदले क्या किया? सीजफायर का उल्लंघन।
राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि कभी ना कभी पाकिस्तान भी हमारे परिवार का अंग रहा है। आज भी हम उसे अलग नहीं मानते। उनके ऊपर हम गोली नहीं चलाना चाहते। उन्होंने कहा कि भले ही पाकिस्तान ने भारत पर 4-4 बार आक्रमण किया हो, पर यहां के जवानों ने उनके दांत खट्टे कर दिये हैं।
राजनाथ ने कहा कि पाकिस्तान को इस हकीकत को समझना चाहिए कि आतंकवाद बहादुर लोगों का हथियार नहीं हुआ करता है। ये कायरों का हथियार होता है। करगिल का जिक्र करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि कारगिल युद्ध में भी पाकिस्तान को शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
पाकिस्तान अब समझ गया है कि इंडिया को सीधे पराजित नहीं कर सकता। इसलिए आतंकवाद के सहारे वो चाहते हैं कि हम जम्मू और कश्मीर को भारत से अलग कर देंगे। आतंकवाद बहादुरों का नहीं कायरों का हथियार होता है।