लंदन। लेबर पार्टी के एक तिहाई से अधिक ब्रिटिश मुस्लिम सदस्यों ने ब्रिटेन की विपक्षी पार्टी के पदाधिकारियों (रैंक) में इस्लाम के प्रति डर और घृणा (इस्लामोफोबिया) होने का दावा किया है। रविवार को एक नई रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है।
आईटीवी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार लेबर मुस्लिम नेटवर्क की जांच में पाया गया कि 44 प्रतिशत लोग यह नहीं मानते हैं कि पार्टी इस्लाम के प्रति भय और घृणा की भावना को गंभीरता से लेती है और 48 प्रतिशत ने पार्टी के शिकायत तंत्र में विश्वास खो दिया है। सर्वे में शामिल करीब 59 फीसदी मुसलमानों का कहना है कि वे पार्टी में उचित प्रतिनिधित्व महसूस नहीं करते।
द इंडिपेंडेंट समाचार पत्र ने आईटीवी की खबर के हवाले से बताया कि ईरानी मूल के लेबर पार्टी के सदस्य अली मिलानी ने दावा किया कि पार्टी के एक साथी सदस्य ने उनसे कहा कि हिंसा की प्रवृत्ति के कारण मुस्लिम सासंद नहीं हो सकते हैं और पूछा था कि क्या वह एक आतंकवादी हैं।
मिलानी 2019 के आम चुनाव में लंदन की उक्सब्रिज और दक्षिण रुस्लिप सीट पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के खिलाफ खड़े हुए थे।
लेबर मुस्लिम नेटवर्क की संसदीय समिति के पाकिस्तानी मूल के अध्यक्ष और मैनचेस्टर गोरटन के सांसद अफज़ल खान ने कहा कि पार्टी के भीतर इस्लाम के प्रति डर और घृणा की भावना पर ध्यान नहीं दिया गया और इस पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है।
बांग्लादेश मूल की लेबर पार्टी सांसद अप्सना बेगम ने कहा कि उन्होंने भी इसी तरह के मुद्दों का सामना किया है और दावा किया कि समस्या के बारे में पार्टी ने ध्यान नहीं दिया।
इस बीच मुस्लिम काउंसिल ऑफ ब्रिटेन (एमसीबी) ने कहा कि रिपोर्ट चौंकाने वाली है। उसने पार्टी से तुरंत कार्रवाई करने का आग्रह किया। (भाषा)