Weather Updates: भारी बारिश से गुजरात में जल सैलाब, 18,000 का रेस्क्यू, 5 दिन रेड अलर्ट
राजस्थान के माउंट आबू और गंगानगर में भारी बारिश
Weather Updates: गुजरात (Gujarat) में बारिश से संबंधित घटनाओं में 19 और लोगों की मौत हो गई जिससे ऐसी घटनाओं में 3 दिन में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 26 हो गई है। अधिकारियों ने यह अहमदाबाद (Ahmedabad) में यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि राज्य के कुछ हिस्सों में बुधवार को लगातार 4थे दिन भी भारी बारिश (Heavy rains) जारी है, वहीं बाढ़ प्रभावित इलाकों में से 17,800 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जान गंवाने वालों में वे 7 लोग शामिल हैं, जो रविवार को मोरबी जिले के हलवद तालुका के धवना गांव के पास एक पुल को पार करते समय एक ट्रैक्टर ट्रॉली के बह जाने के बाद लापता हो गए थे। इस पुल से होकर पानी बह रहा था। उन्होंने बताया कि उनके शव बरामद कर लिए गए हैं।
वडोदरा में बारिश थमने के बावजूद शहर से होकर बहने वाली विश्वामित्री नदी के अपने तटों को तोड़कर आवासीय इलाकों में प्रवेश कर जाने से निचले इलाकों में जलजमाव हो गया और इमारतें, सड़कें और वाहन पानी में डूब गए। गुजरात के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी रहने के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बातचीत करके स्थिति का जायजा लिया और इस संकट से निपटने के लिए राज्य को केंद्र की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
बुधवार को सौराष्ट्र क्षेत्र के देवभूमि द्वारका, जामनगर, राजकोट और पोरबंदर जैसे जिलों में शाम 6 बजे तक 12 घंटे की अवधि में 50 से लेकर 200 मिलीमीटर तक बारिश हुई। इस अवधि के दौरान देवभूमि द्वारका जिले के भानवद तालुका में 185 मिलीमीटर बारिश हुई, जो राज्य में सबसे अधिक है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को सौराष्ट्र के जिलों के अलग-अलग हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान जताया है। अधिकारियों ने बताया कि वडोदरा शहर में अपने घरों और छतों में फंसे लोगों को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और सेना की 3 टुकड़ियों ने निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
मंत्री ऋषिकेश पटेल ने मीडियाकर्मियों को बताया कि वडोदरा में अब तक 5,000 से अधिक लोगों को निकाला गया और 1,200 अन्य लोगों को बचाया गया है। बुधवार को शहर में सेना की 3 अतिरिक्त टुकड़ियां और एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 1-1 टुकड़ियां तैनात की गईं।
मुख्यमंत्री पटेल ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में भारी बारिश की स्थिति के बारे में मुझसे टेलीफोन पर बात की और राहत और बचाव कार्यों का विवरण लिया। उन्होंने कहा कि मोदी ने जान-माल की सुरक्षा के बारे में मार्गदर्शन दिया और केंद्र सरकार से सभी आवश्यक सहायता और सहयोग का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री गुजरात के बारे में चिंता जताते हुए लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। गुजरात के लोगों के प्रति उनका गहरा लगाव है। प्राकृतिक आपदाओं के दौरान और जब भी जरूरत होती है, वे हमेशा गुजरात और राज्य के लोगों के साथ खड़े रहते हैं।
रेलगाड़ियों की आवाजाही भी बाधित : आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार राज्य में 140 जलाशय और बांध तथा 24 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बारिश के कारण यातायात और रेलगाड़ियों की आवाजाही भी बाधित हुई है, क्योंकि सड़कें और रेलवे लाइन जलमग्न हो गई हैं। विज्ञप्ति में कहा गया है कि 206 बांधों में से 122 को उनके जलस्तर में तेज वृद्धि के कारण हाई अलर्ट पर रखा गया है। पश्चिमी रेलवे के अहमदाबाद मंडल ने कहा कि 48 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं, 14 आंशिक रूप से रद्द कर दी गईं और 6 को बीच में ही रोक दिया गया। उसने कहा कि अन्य 23 रेलगाड़ियों का मार्ग परिवर्तन किया गया।
राजस्थान के माउंट आबू और गंगानगर में भारी बारिश : जयपुर से मिले समाचारों के अनुसार राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में मानसून की बारिश जारी है और बीते 24 घंटों में माउंट आबू तथा गंगानगर में भारी बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार बारिश अभी जारी रहेगी। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार बुधवार को सुबह 8.30 बजे तक बीते 24 घंटों में राज्य में अनेक स्थानों पर बादलों की गरज के साथ वर्षा हुई। इस दौरान गंगानगर तथा सिरोही जिले में कहीं-कहीं भारी वर्षा हुई।
सबसे अधिक 86.2 मिलीमीटर बारिश गंगानगर के चूनावढ़ में हुई। माउंट आबू में 88.2 मिमी., गंगानगर के केसरीसिंहपुर में 73 मिमी और गजसिंहपुर में 67 मिमी. बारिश हुई। उदयपुर, सिरोही, डूंगरपुर, जालोर, बाड़मेर, बांसवाड़ा तथा अलवर में कई जगह मध्यम दर्ज की बारिश हुई। दक्षिणी राजस्थान के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र आज धीरे-धीरे पश्चिम दिशा की ओर आगे बढ़कर गुजरात के उत्तरी भागों के ऊपर पहुंच गया है। इसके अगले 48 घंटों में सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र की ओर बढ़ने की प्रबल संभावना है।
मौसम केंद्र के अनुसार एक नए तंत्र के प्रभाव से उदयपुर, जोधपुर संभाग के कुछ भागों में अगले 24 घंटों के दौरान 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ रुक-रुककर मध्यम दर्जे की बारिश और कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है। बीकानेर, भरतपुर, जयपुर, अजमेर संभाग के कुछ भागों में भी अगले 1-2 दिन बादलों की गरज के साथ मध्यम से कहीं-कहीं तेज बारिश होने की संभावना है। पूर्वी राजस्थान में 31 अगस्त से फिर से बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने तथा सितंबर के प्रथम सप्ताह में भारी बारिश होने की संभावना है।
हिमाचल में आज भारी बारिश की संभावना : शिमला से मिले समाचारों के अनुसार स्थानीय मौसम विभाग ने गुरुवार को किन्नौर और लाहौल-स्पीति को छोड़कर हिमाचल प्रदेश के 12 में से 10 जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, आंधी और बिजली चमकने को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। मंगलवार शाम से पिछले 24 घंटों में राज्य के कई हिस्सों में मध्यम बारिश हुई। मनाली में 42 मिलीमीटर, नारकंडा में 41.5 मिमी, कुफरी में 39.6 मिमी, जुब्बरहट्टी में 39 मिमी, खदराला में 36.4 मिमी, शिमला में 36.2 मिमी, कसौली में 22.6 मिमी और सराहन में 22 मिमी बारिश दर्ज की गई।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से प्राप्त अद्यतन जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह राज्य में कुल 126 मार्ग बंद थे। हिमाचल प्रदेश में 27 जून को मानसून के आगमन के बाद से अब तक वर्षा में 23 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है तथा राज्य में 598.4 मिमी औसत बारिश के मुकाबले 461.1 मिमी वर्षा हुई है। अधिकारियों ने बताया कि मानसून की शुरुआत से लेकर सोमवार तक बारिश से संबंधित घटनाओं में 144 लोगों की मौत हो चुकी है और राज्य को 1,217 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार सौराष्ट्र और कच्छ पर गहरा दबाव बना हुआ है। इसके सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम दिशा में बढ़ने की संभावना है और 29 अगस्त की सुबह तक सौराष्ट्र और कच्छ तट और पाकिस्तान के आसपास के इलाकों और उत्तर-पूर्व अरब सागर तक पहुंच जाएगा। उत्तरी मध्यप्रदेश और दक्षिण-पूर्वी उत्तरप्रदेश पर कम दबाव का क्षेत्र कम चिह्नित हो गया है।
औसत समुद्र तल पर मानसून की द्रोणिका अब सौराष्ट्र और कच्छ के ऊपर बने हुए गहरे दबाव के केंद्र से रतलाम, दमोह, सीधी, चुर्क, जमशेदपुर, दीघा और फिर दक्षिण-पूर्व दिशा में बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। दक्षिण गुजरात से केरल तट तक अपतटीय ट्रफ बनी हुई है।
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटों के दौरान गुजरात में भारी से बहुत भारी बारिश हुई। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और दक्षिण-पूर्व और मध्य उत्तरप्रदेश में मध्यम से भारी बारिश हुई। तटीय ओडिशा, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, उत्तर-पश्चिम राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और पूर्वी असम में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई।
पश्चिम बंगाल, बोहर, झारखंड, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान के कुछ हिस्सों, दक्षिण-पश्चिम मध्यप्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में हल्की से मध्यम बारिश हुई। पूर्वोत्तर भारत, केरल, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में हल्की बारिश हुई।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार आज गुरुवार, 29 अगस्त को गुजरात के पश्चिमी हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है और उसके बाद इसमें कमी आएगी। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मध्यम से भारी बारिश संभव है। ओडिशा, झारखंड, उत्तरप्रदेश और तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश, पूर्वी उत्तरप्रदेश, तेलंगाना, कोंकण और गोवा, गुजरात क्षेत्र, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, लक्षद्वीप, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, पश्चिमी राजस्थान और मराठवाड़ा में हल्की बारिश संभव है।(Photo courtesy: IMD)
Edited by: Ravindra Gupta