विशाखापत्तनम। आंध्रप्रदेश में विशाखापत्तनम के समीप एक गांव में 17 साल की एक दलित लड़की से पांच युवकों ने चार महीनों तक कथित रूप से सामूहिक बलात्कार किया और ब्लैकमेल किया।
पुलिस के अनुसार सबसे पहले यह वारदात गजपतिनगरम थानाक्षेत्र में करीब छह माह पहले हुई लेकिन आज जब इस सिलसिले में उसकी मां ने शिकायत दर्ज कराई तब यह घटना सामने आई।
पुलिस के अनुसार चार महीने पहले जब लड़की नहा रही थी तब उसके पड़ोसी के शिवाजी (20) ने मोबाइल फोन से कथित रूप से उसकी वीडियोग्राफी कर ली। शिवाजी लड़की को उसके फोटो इंटरनेट पर डाल देने की धमकी देकर उसे अपने दोस्तों के कमरे पर ले गया। वहां पहले से शिवाजी के दोस्त - प्रसन्ना कुमार एवं श्रीकांत इंतजार कर रहे थे और तीनों ने उससे सामूहिक बलात्कार किया।
पुलिस के मुताबिक लड़की से कथित रूप से बार बार बलात्कार किया गया तथा बाद के महीने में शिवाजी के दो और दोस्तों - भानु प्रसाद एवं जितेंद्र ने कई बार उससे सामूहिक बलात्कार किया एवं फोन कैमरे से इसकी रिकार्डिंग कर ली।
यह अत्याचार बर्दाश्त नहीं होने पर वह तीन दिन पहले घर से भाग गई और आज शाम घर लौटी। उसने अपनी मां और दादी को आपबीती बताई। पीड़िता इंटरमीडिएट की छात्रा है।
बोब्बिली सब डिवीजन के पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि शिकायत दर्ज किए जाने के बाद भादसं, बाल यौन अपराध संरक्षण कानून, अनुसूचित जाति एवं जनजाति (अत्याचार रोकथाम) कानून के तहत पांचों युवकों के विरूद्ध मामला दर्ज किया गया और उन्हें हिरासत में ले लिया गया। उनसे पूछताछ चल रही है।
गजपतिनगरम के सर्कल इंसपेक्टर चंद्रशेखर के अनुसार लड़की को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। (भाषा)