कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार ने सोमवार को एक सूची जारी कर कहा कि कोरोना वायरस प्रकोप के मद्देनजर कोलकाता समेत 4 जिलों को रेड जोन घोषित किया गया है, वहीं शहर के 287 इलाकों की पहचान निरुद्ध क्षेत्र के तौर पर की गई है।
कोलकाता के अलावा हावड़ा, उत्तर 24 परगना और पूर्व मेदिनीपुर को रेड जोन घोषित किया गया है। राज्य सरकार की ओर से जारी सूची के मुताबिक 11 जिलों की पहचान ऑरेंज जोन जबकि 8 की ग्रीन जोन के तौर पर की गई है।
ऑरेंज जोन में रखे गए जिलों में दक्षिण 24 परगना, हुगली, पश्चिम मेदिनीपुर, पूर्व वर्द्धमान, कलिम्पोंग, नादिया, जलपाईगुड़ी, दार्जीलिंग, मुर्शिदाबाद और मालदा है, वहीं ग्रीन जोन में रखे गए 8 जिलों में अलीपुरद्वार, कूचबिहार, उत्तर दिनाजपुर, दखिन दिनाजपुर, बीरभूम, बांकुरा, पुरुलिया और झारग्राम हैं।
रेड जोन वे इलाके हैं, जहां कोरोना वायरस के मामले सबसे ज्यादा हैं। इन इलाकों में लॉकडाउन पूरी तरह प्रभावी होगा। ऑरेंज जोन में वे इलाके होते हैं, जहां कोरोना के काफी कम मामले सामने आए हैं और संक्रमितों की संख्या में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है, वहीं ग्रीन जोन में उन इलाकों को शामिल किया गया है, जहां कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया है।
कोलकाता में करीब 287 इलाकों की पहचान निरुद्ध क्षेत्र के तौर पर की गई है जिनमें शहर के उत्तरी एवं मध्य क्षेत्र ज्यादा हैं। मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने बताया कि पूर्व मेदिनीपुर जिले में 8 निरुद्ध क्षेत्र हैं जिनमें से 5 ऐसे इलाके हैं, जहां 9 अप्रैल के बाद से कोविड-19 का कोई भी नया मामला सामने नहीं आया है।
सिन्हा ने बताया कि उत्तर 24 परगना जिले के 57 निरुद्ध क्षेत्रों में से 13 इलाकों में कोविड-19 का एक भी मामला नहीं है। कोलकाता के 287 निरुद्ध क्षेत्रों में से 18 क्षेत्रों में पिछले 2 हफ्तों में एक भी मामला सामने नहीं आया है।
अगर किसी इलाके से कम से कम 21 दिनों तक कोई नया मामले सामने नहीं आता तो सरकार वहां राहत की घोषणा कर सकती है। पश्चिम बंगाल में सोमवार तक कोविड-19 से 20 लोगों की मौत हुई थी और कुल 633 लोग संक्रमित थे। (भाषा)