Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

दिल्ली को घेरने के लिए किसानों ने खोला दक्षिण का मोर्चा,शाहजहांपुर बॉर्डर पर डाला डेरा

सिंघु,टिकरी,गाजीपुर बॉर्डर के बाद अब शाहजहांपुर बॉर्डर पर किसानों का चक्काजाम

विकास सिंह
सोमवार, 14 दिसंबर 2020 (09:40 IST)
नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आंदोलन का आज 19 वां दिन है। सरकार से अब तक की बातचीत किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंचने के कारण किसान संगठनों ने अब अपना आंदोलन और तेज कर दिया है। संयुक्त किसान मोर्चे के बैनर तले अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (AIKSCC) के आह्वान पर राजस्थान और हरियाणा के हजारों किसान ने अब हरियाणा-राजस्थान बॉर्डर पर डेरा डाल दिया है। 
 
पुलिस के रोके जाने पर किसानों ने एनएच-8 पर राजस्थान हरियाणा बॉर्डर पर ही डेरा डाल दिया है और कड़ाके की ठंड ने उन्होंने रात वहीं गुजारी। पूरे किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे योगेंद्र यादव कहते हैं कि राजस्थान से दिल्ली जा रहे किसानों को हरियाणा पुलिस ने धारा-144 का हवाला लगाकर रोक दिया है,वह कहते हैं कि पुलिस ने धारा-144 लगाने के पीछे कारण कोविड-19 का संक्रमण बताया है।

योगेंद्र यादव कहते हैं कि अब किसान यहीं धरने पर देंगे। योगेंद्र यादव कहते हैं कि शहाजहांपुर बॉर्डर पर किसानों के धरने के साथ अब दक्षिण से भी मोर्चा खुल गया है। दिल्ली को घेरने के लिए सिंघु बॉर्डर,टिकरी बॉर्डर,गाजीपुर बॉर्डर के बाद अब शहाजहांपुर बॉर्डर पर किसानों के डेरा डालने से एक और मोर्चा खुल गया है। 
 
शहाजहांपुर हाईवे पर किसानों के साथ पूरी रात गुजारने वाले किसान संघर्ष समन्वय समिति राजस्थान के अध्यक्ष डॉ.संजय माधव कहते हैं कि हजारों किसानों ने बॉर्डर पर अपना डेरा डाल दिया है। वह कहते हैं कि आंदोलित किसानों ने अब बॉर्डर पर अपना पड़ाव डाल दिया है और यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक कि किसान विरोधी काले कानून वापस नहीं लिये जाते हैं। वह आगे की रणनीति पर कहते हैं कि जैसा संघर्ष समन्वय समिति तय करेगी वह वैसा ही करेंगे। अगर समन्वय समिति कहती हैं तो वह दिल्ली की ओर बढ़ेंगे।  
 
इससे पहले रविवार सुबह राजस्थान,हरियाणा और पंजाब के किसान शाहजहांपुर बॉर्डर पर इक्कठा होकर पैदल ही दिल्ली की ओर बढ़े थे लेकिन हरियाणा-राजस्थान बॉर्डर पर तैनात बड़ी संख्या में पुलिस बल ने किसानों को राजस्थान बॉर्डर पर ही रोक लिया। शांतिपूर्ण पैदल मार्च कर रहे किसान हरियाणा पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स के आगे ही बैठ गए और अपना धरना शुरू कर दिया।धरने पर बैठे किसानों का कहना है कि किसान तब तक शांतिपूर्ण धरने पर बैठे रहेंगे, जब तक केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लेती। 
 

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

election results : अब उद्धव ठाकरे की राजनीति का क्या होगा, क्या है बड़ी चुनौती

एकनाथ शिंदे ने CM पद के लिए ठोंका दावा, लाडकी बहीण योजना को बताया जीत का मास्टर स्ट्रोक

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

UP : दुनिया के सामने उजागर हुआ BJP का हथकंडा, करारी हार के बाद बोले अखिलेश, चुनाव को बनाया भ्रष्टाचार का पर्याय

सभी देखें

नवीनतम

दैत्यों के साथ जो होता है, वही हुआ, महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों पर बोलीं कंगना रनौत

कृपालु महाराज की बेटियों की कार का एक्सीडेंट, बड़ी बेटी की मौत, 7 अन्य घायल

मराठवाड़ा में महायुति की 46 में से 40 सीटें, क्या फेल हो गया मनोज जरांगे फैक्टर

संभल मामले में अखिलेश यादव का बड़ा बयान, हिंसा के लिए इन्‍हें ठहराया जिम्मेदार

LIVE: राज्‍यपाल से मिले हेमंत सोरेन, पेश किया सरकार बनाने का दावा

આગળનો લેખ
Show comments