शनि शिंगणापुर विवाद पर टिप्पणी करते हुए शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने गुरुवार को कहा कि शनि को बुलाया नहीं भगाया जाता है।
शनि पूजा का विरोध करते हुए उन्होंने कहा कि शनि की पूजा से कोई लाभ नहीं मिलता। शनि देवता नहीं ग्रह है।
उल्लेखनीय है कि शनि शिंगणापुर में महिलाओं के प्रवेश पर विवाद चल रहा है। भूमाता संगठन ने 26 जनवरी को मंदिर में पूजा का ऐलान किया था और संगठन की 400 से अधिक महिलाओं ने गिरफ्तारी दी थी।
महंत नरेंद्र गिरी और महराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत कई लोगों ने महिलाओं को मंदिर में प्रवेश देने संबंधी मांग का समर्थन किया था।
इससे पहले शंकराचार्य सरस्वती ने साईं बाबा को भी भगवान मानने से इनकार करते हुए उनकी पूरा का विरोध किया था।