दुबई। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि उत्तरी इराक के मोसुल शहर में तथाकथित आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने गत मंगलवार को 40 नागरिकों को देशद्रोह के आरोप में गोली मार दी और उन्हें बिजली के खंभे से लटका दिया।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उपायुक्त कार्यालय ने बताया कि कई जिलों में नागरिकों के शवों को बिजली के खंभों में लटका दिया गया था। मध्य मोसुल में आईएस द्वारा मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाए जाने को नजरअंदाज करने के आरोप में एक व्यक्ति को गोली मार दी गई। इराकी सुरक्षाबल मोसुल पर कब्जा करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
संरा रिपोर्ट के अनुसार नागरिकों की हत्या आईएस द्वारा स्थापित 'अदालतों' के आदेश के तहत की जा रही है। 40 नागरिकों को देशद्रोह और इराकी सुरक्षाबलों का एजेंट और धोखेबाज कहा गया था। संरा ने कहा कि गुप्त सूचनाओं को सार्वजनिक करने के आरोप में उत्तरी मोसुल के धबट सैन्य शिविर पर 20 नागरिकों की हत्या बुधवार शाम कर दी गई थी। (वार्ता)