Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

Akshaya tritiya 2024 : 23 साल बाद अक्षय तृतीया पर इस बार क्यों नहीं होंगे विवाह?

Akshaya tritiya 2024 : 23 साल बाद अक्षय तृतीया पर इस बार क्यों नहीं होंगे विवाह?

WD Feature Desk

, सोमवार, 29 अप्रैल 2024 (14:43 IST)
When is Akshaya Tritiya 2024: हर वर्ष वैशाख मास में शुक्लपक्ष की तृतीया पर अक्षय तृतीया रहती। इस दिन विवाह करना शुभ माना जाता है क्योंकि इस दिन अबूझ मुहूर्त रहता है। यानी इस दिन मुहूर्त देखने की जरूरत नहीं पूरे दिन ही मुहूर्त रहता है। इस बार अक्षय तृतीया 10 मई 2024 शुक्रवार के दिन रहेगी। लेकिन इस बार अक्षया तृतीया पर विवाह नहीं कर सकते हैं। जानिए क्या कारण है।
कारण : करीब 23 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है, जब अक्षय तृतीया के दिन विवाह का कारक ग्रह माने जाने वाले शुक्र और गुरु तारा अस्त होने से इस दिन विवाह मुहूर्त नहीं है। शुक्र या गुरु यदि अस्त हो तो विवाह करना शुभ नहीं माना जाता है। 28 अप्रैल 2024 को सुबह 07 बजकर 27 मिनट पर शुक्र मेष राशि में अस्त हो जाएगा और 3 मई 2024 को प्रात: 05:15 पर गुरु भी अस्त हो जाएगा। 
 
जुलाई 2024 विवाह मुहूर्त : अब 28 जून के बाद ही ये उदय होंगे। इसके बाद जुलाई में ही शादी के मुहूर्त रहेंगे। 9, 11, 12, 13, 14 और 15 जुलाई को विवाह के शुभ मुहूर्त हैं यानी कुल 06 शुभ दिन उपलब्ध हैं।
webdunia
Akshaya Tritiya 2024
अक्षय तृतीया 10 मई 2024 पर शुभ मुहूर्त:-
  • अमृत काल : सुबह 07:44 से सुबह 09:15 तक।
  • अक्षय तृतीया पूजा मुहूर्त: प्रात: 05:33:11 से दोपर 12:17:39 तक।
  • अभिजीत मुहूर्त : सुबह 11:51 से दोपर 12:45 तक।
  • विजय मुहूर्त : दोपहर 02:32 से दोपहर 03:26 तक।
  • गोधूलि मुहूर्त : शाम 07:01 से  07:22 तक।
  • संध्या पूजा मुहूर्त : शाम 07:02 से रात्रि 08:05 तक।
  • रविवार : पूरे दिन और रात।
ALSO READ: Akshaya tritiya 2024: अक्षय तृतीया कब है, जानें पूजा का शुभ मुहूर्तअक्षय तृतीया का महत्व- importance of Akshaya Tritiya : अक्षय तृतीया (अखातीज) को अनंत-अक्षय-अक्षुण्ण फलदायक कहा जाता है। जो कभी क्षय नहीं होती उसे अक्षय कहते हैं। बताया जाता है कि वर्ष में साढ़े तीन अक्षय मुहूर्त है। जिसमें प्रथम व विशेष स्थान अक्षय तृतीया का है। इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने युधिष्ठिर के पूछने पर यह बताया था कि आज के दिन जो भी रचनात्मक या सांसारिक कार्य करोगे, उसका पुण्य मिलेगा। इस दिन को स्वयंसिद्ध मुहूर्त माना गया है।

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

Hast rekha gyan: हस्तरेखा में हाथों की ये लकीर बताती है कि आप भाग्यशाली हैं या नहीं