मुंबई। वैश्विक स्तर से मिले मिश्रित रुझान और स्थानीय स्तर पर मजबूत निवेश धारणा के बीच रिलायंस इडस्ट्रीज और आईसीआईसीआई बैंक जैसी दिग्गज कंपनियों में अच्छी लिवाली के दम पर घरेलू शेयर बाजार बुधवार को लगातार तीसरे दिन रिकॉर्ड स्तर पर रहे।
बीएसई का सेंसेक्स 0.18 प्रतिशत यानी 57.73 अंक की तेजी के साथ पहली बार 31,800 अंक के पार 31,804.82 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 0.31 प्रतिशत यानी 30.05 अंक चढ़कर पहली बार 9,800 अंक से ऊपर 9,816.10 अंक पर बंद हुआ। इस सप्ताह अब तक तीनों दिन बाजार में तेजी रही है और तीनों दिन बाजार ने उच्चतम बंद स्तर का नया रिकॉर्ड बनाया है।
मानसून की अच्छी प्रगति और बेहतर तिमाही परिणामों की उम्मीद में बाजार में चौतरफा लिवाली रही। बीएसई के 20 समूहों में से आईटी और टेक को छोड़कर अन्य में तेजी रही। तेल एवं गैस समूह में डेढ़ फीसदी से अधिक की बढ़त रही। पीएसयू, ऊर्जा और दूरसंचार समूहों के सूचकांक भी एक प्रतिशत से ज्यादा चढ़े।
सेंसेक्स की कंपनियों में हिंदुस्तान यूनिलिवर ने दो प्रतिशत से अधिक का मुनाफा कमाया। ओएनजीसी में डेढ़ फीसदी से अधिक की तेजी रही। सबसे ज्यादा गिरावट सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी टीसीएस में देखी गई। इसके शेयर सवा फीसदी से अधिक टूटे।
सेंसेक्स 66.15 अंक की बढ़त में 31,813.24 अंक पर खुला। पहले आधे घंटे के कारोबार में ही यह 31,865.69 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया। हालांकि बड़े एशियाई बाजारों के लाल निशान में रहने से दोपहर के समय तक यह लाल निशान में भी उतरा और 9,787.70 अंक के दिवस के निचले स्तर तक लुढ़क गया, लेकिन इसके बाद उतार-चढ़ाव से होता हुआ अंतत: यह गत दिवस की तुलना में 57.73 अंक ऊपर 31,804.82 अंक पर बंद हुआ।
निफ्टी का ग्राफ भी सेंसेक्स की तरह ही रहा। हालांकि इसकी तेजी कहीं ज्यादा रही। यह 21.25 अंक की तेजी में 9,807.30 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान इसका उच्चतम स्तर 9,824.95 अंक और न्यूनतम स्तर 9,787.70 अंक रहा। कारोबार की समाप्ति पर यह मंगलवार की तुलना में 30.05 चढ़कर 9,816.10 अंक पर रहा।
बड़ी कंपनियों के मुकाबले मझौली और छोटी कंपनियों में ज्यादा तेजी रही। बीएसई का मिडकैप 1.08 प्रतिशत चढ़कर 15,084.34 अंक पर और स्मॉलकैप 0.57 प्रतिशत की छलांग लगाकर 15,897.01 अंक पर पहुंच गई। बीएसई में कुल 2,775 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,429 के शेयर हरे निशान में और 1,198 के लाल निशान में बंद हुए जबकि 148 के शेयरों के भाव अंतत: अपरिवर्तित रहे।
वैश्विक स्तर पर अधिकतर प्रमुख एशियाई बाजारों पर दबाव रहा। चीन का शंघाई कंपोजिट 0.16 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.18 प्रतिशत और जापान का निक्की 0.48 प्रतिशत की गिरावट में बंद हुआ। हांगकांग का हैंगसेंग 0.64 प्रतिशत की बढ़त में रहा। यूरोपीय बाजारों में तेजी रही। शुरुआती कारोबार में जर्मनी का डैक्स 0.67 प्रतिशत और ब्रिटेन का एफटीएसई 0.96 प्रतिशत की बढ़त में रहे।
बीएसई के समूहों में तेल एवं गैस में सबसे ज्यादा 1.54 प्रतिशत की तेजी रही। एनर्जी समूह का सूचकांक 1.24, पीएसयू का 1.22 प्रतिशत और दूरसंचार का 1.12 प्रतिशत की तेजी में रहा। आईटी समूह की 0.38 प्रतिशत और टेक की 0.06 प्रतिशत की गिरावट को छोड़कर अन्य सभी समूह भी हरे निशान में रहे।
सेंसेक्स की 30 में से 18 कंपनियों के शेयर बढ़त में बंद हुए। हिंदुस्तान यूनिलिवर में 2.04 प्रतिशत की तेजी रही। ओएनजीसी के शेयर 1.59, भारतीय स्टेट बैंक के 1.34, आईसीआईसीआई बैंक के 1.04, रिलायंस इंडस्ट्रीज के 1.02, पावर ग्रिड के 1.01, टाटा मोटर्स के 0.88, भारती एयरटेल और अदानी पोर्ट्स दोनों के 0.44, एनटीपीसी के 0.34, टाटा स्टील और मारुति सुजुकी दोनों के 0.32, एशियन पेंट्स के 0.24, विप्रो के 0.23, सिप्ला के 0.20, ल्युपिन के 0.09, एलएंडटी के 0.05 और एचडीएफसी बैंक के 0.02 प्रतिशत मजबूत हुए।
नुकसान में रहने वाली कंपनियों में टीसीएस के शेयर 1.33, महिंद्रा एंड महिंद्रा के 0.97, आईटीसी के 0.51, हीरो मोटोकॉर्प के 0.48, डॉ. रेड्डीज लैब के 0.36, सन फार्मा के 0.27, बजाज ऑटो और कोल इंडिया दोनों के 0.26, इंफोसिस के 0.20, कोटक महिंद्रा बैंक के 0.19, एचडीएफसी के 0.15 और एक्सिस बैंक के 0.04 प्रतिशत फिसल गए। (वार्ता)