Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

वेबदुनिया और हिन्दी एक दूसरे के पर्याय- प्रकाश हिन्दुस्तानी

Webdunia
शुक्रवार, 19 सितम्बर 2014 (18:58 IST)
वरिष्ठ पत्रकार और वेबदुनिया के पहले संपादक प्रकाश हिन्दुस्तानी ने कहा कि 23 सितंबर 1999 को शुरु हुआ इसका सफर अपने आप में विलक्षण रहा है। वेबदुनिया ने अपने 15 साल के सफर में बहुत उपलब्धियां भी हासिल की हैं। आज के दौर में यह पोर्टल कई देशों में हिन्दी का पर्याय बन गया है।

उन्होंने कहा कि इंटरनेट वह माध्यम है, जिसमें प्रिंट की भी खूबियां हैं और टेलीविजन की भी। हालांकि शुरुआती दौर में तो इंटरनेट की कनेक्टिविटी बहुत कम होती थी। मोबाइल भी गिने-चुने थे। मोबाइल पर इंटरनेट होता नहीं था। मगर चीजें तेजी से बदली हैं। इसका फायदा वेबदुनिया को और उसके पाठकों को भी होगा।

 
हिन्दुस्तानी ने कहा कि अब आश्चर्य होता है कि जो काम आज अमेजोन कर रहा है, वह वेबदुनिया पहले ही कर चुका है। इस दौर में बहुत सारे दबाव और लाचल भी रहे कि आप हिन्दी या अन्य भारतीय भाषाएं छोड़ दें और अंग्रेजी को अपना लें या दूसरी यूरोपीय भाषा अपना लें तो ज्यादा कमाई सकते हैं, लेकिन वेबदुनिया के प्रबंधकों की यह नीति सराहनीय कही जाएगी कि उन्होंने हिन्दी और अन्य भारतीय भाषाओं का दामन नहीं छोड़ा। आज दुनिया के कई देशों में वेबदुनिया और हिन्दी एक दूसरे के पर्याय हैं।

वेबदुनिया ने अपने 15 साल के सफर में बहुत उपलब्धियां हासिल की हैं और अभी और भी करना है। वेबदुनिया एक सशक्त मंच बनकर उभरा है, जो भारतीय भाषाओं का झंडाबरदार है। मैं वेबदुनिया और उसके लाखों पाठकों को इसके लिए शुभाकामनाएं देता हूं।
सभी देखें

जरूर पढ़ें

साइबर फ्रॉड से रहें सावधान! कहीं digital arrest के न हों जाएं शिकार

भारत: समय पर जनगणना क्यों जरूरी है

भारत तेजी से बन रहा है हथियार निर्यातक

अफ्रीका को क्यों लुभाना चाहता है चीन

रूस-यूक्रेन युद्ध से भारतीय शहर में क्यों बढ़ी आत्महत्याएं

सभी देखें

समाचार

Delhi Pollution : केंद्रीय कर्मचारियों की ऑफिस टाइमिंग बदली, प्रदूषण के चलते नई एडवाइजरी जारी

आतंकी हमले से दहला पाकिस्तान, 50 की मौत, 20 घायल

तमिलनाडु का अडाणी की कंपनी से कोई लेना-देना नहीं : सेंथिल बालाजी

Show comments